बिहार

बिहार की जमुई पुलिस को मिली ये बड़ी कामयाबी

जमुई बिहार की जमुई पुलिस को बड़ी सफलता मिली है पुलिस ने इंटर स्टेट बैंक लूटने वाले रैकेट से जुड़े 50 हजार के इनामी क्रिमिनल नीरज उर्फ सत्येंद्र उर्फ विनोद दास को धर पकड़ा है गया जिले के परैया का रहने वाला यह क्रिमिनल बीते वर्ष जमुई जिले के चकाई के एसबीआई बैंक से 15 लाख लूट के मुद्दे का भी अभियुक्त है पुलिस को सूचना मिली थी कि नीरज उर्फ सत्येंद्र उर्फ विनोद दास गिरिडीह के रास्ते देवघर जा रहा है, जिसके बाद जमुई पुलिस ने कार्रवाई की और इस इनामी क्रिमिनल को अरैस्ट कर लिया

गिरफ्तार इस क्रिमिनल के विरुद्ध बंगाल, झारखंड और बिहार के भिन्न-भिन्न थानों में डेढ़ दर्जन मुद्दे दर्ज हैं, फरार चल रहे इस क्रिमिनल की गिरफ्तारी के लिए गवर्नमेंट ने 50 हजार का पुरस्कार रखा था पुलिस के मुताबिक गया जिले के परैया का रहने वाला नीरज उर्फ सत्येंद्र उर्फ विनोद दास वर्ष 2002 में मोटरसाइकिल लूट की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद से वह लगातार कई लूट की घटना को अंजाम देने लगा और फिर बैंक बदमाश रैकेट में शामिल होकर बैंक लूट की कई घटना को अंजाम देने लगा, जिसमें वर्ष 2007 में हावड़ा के यूको बैंक में 6 लाख की लूट की घटना, झारखंड के हजारीबाग के ग्रामीण बैंक से 2 लाख 30 हजार लूट की घटना के अलावा, वर्ष 2014 में 24 परगना थाना क्षेत्र में गोल्ड लोन कंपनी का 10 किलो सोने की लूट की घटना प्रमुख हैं

गिरफ्तार नीरज के विरुद्ध बिहार के जमुई, बांका, गया, औरंगाबाद के अतिरिक्त झारखंड के कोडरमा, गिरिडीह और पश्चिम बंगाल के भिन्न-भिन्न थानों में मुकदमा दर्ज हैं बीते वर्ष 2023 के मार्च महीने में जमुई जिले के चकाई के स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया से दिनदहाड़े 15 लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसका मास्टरमाइंड राजेश दास नाम का क्रिमिनल था इस लूट काण्ड में भी नीरज ने किरदार निभाई थी नीरज बैंक लूट काण्ड का मास्टरमाइंड राजेश दास का चचेरा भाई है

कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में बैंक लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए राजेश दास अपने सहयोगियों के साथ जुटा था, जमुई पुलिस की सूचना पर ही छत्तीसगढ़ पुलिस ने बैंक लूट के पहले राजेश दास को अरैस्ट कर कारावास भेजा था इस मुद्दे में एसपी शौर्य सुमन ने कहा कि अरैस्ट नीरज उर्फ सत्येंद्र उर्फ विनोद दास बैंक लूट काण्ड रैकेट का मुख्य क्रिमिनल है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए गवर्नमेंट ने 50 हजार का पुरस्कार घोषित कर रखा है पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इस रैकेट का तार बिहार के अतिरिक्त झारखंड और बंगाल से भी जुड़ा है, पुलिस जल्द ही इस रैकेट के और भी लोगों को अरैस्ट कर सलाखों के पीछे भेजेगी

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