छपरा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने आरजेडी से बागी तेवर अपनाते हुए आरजेडी के खिलाफ खोला मोर्चा
छपरा। कारावास में बंद बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र और छपरा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने आरजेडी से बागी तेवर अपनाते हुए आरजेडी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। पार्टी छोड़ने की घोषणा करते हुए रणधीर सिंह ने राजद पर विश्वासघात देने का इल्जाम लगाते हुए न केवल पार्टी छोड़ दिया है बल्कि पार्टी का सर्वनाश करने का भी दावा किया है।
बता दें कि महाराजगंज से रणधीर सिंह चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, लेकिन यह सीट गठबंधन में कांग्रेस पार्टी को चली गई। इसके लिए रणधीर सिंह ने राजद को उत्तरदायी बताते हुए बोला है कि षड्यंत्र के अनुसार उनको बेटिकट किया गया है। उन्होंने बोला कि इस तिरस्कार का बदला भी जरूर लेंगे और राजद के विरुद्ध पूरे बिहार में अभियान चलाएंगे।
महाराजगंज से चुनाव लड़ने के निर्णय पर आज रणधीर सिंह ने जन आशीर्वाद सभा बुलाया था, जिसमें चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर विचार विमर्श के लिए एक कमेटी का गठन किया गया। मसरख में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रणधीर सिंह के समर्थक शामिल हुए और चुनाव लड़ने का आग्रह किया हालांकि रणधीर सिंह ने इसकी जिम्मेदारी कमेटी पर छोड़ दी है और बोला कि कमेटी का जो भी फैसला होगा उसके मुताबिक आगे कार्य किया जाएगा।
रणधीर सिंह ने आसार जताई है कि 6 मई को वह निर्दलीय नामांकन कर सकते हैं। कार्यक्रम में रणधीर सिंह के चाचा और रजत विधायक केदार सिंह भी शामिल हुए जिन्होंने दबे जुबान में पार्टी का पक्ष लिया और बोला कि इसे विश्वासघात नहीं कह सकते हैं। राजद के सिपाही के रूप में उनके परिवार ने पार्टी की सेवा की है, लेकिन रणधीर के सिंह के साथ अन्याय हुआ है।