Moradabad News: हाईवे पर काम शुरू नहीं होने से भड़के DM, 2 अधिकारियों को थाने में बिठाया
UP Moradabad News in Hindi: मुरादाबाद से उत्तराखंड बॉर्डर तक जाने वाले हाईवे को 4 लेन करने के प्रोजेक्ट को प्रारम्भ करने में हो रही देरी और काम में टालमटोल से डीएम मानवेंद्र सिंह बुधवार को भड़क गए। उन्होंने पुलिस बुलाकर NHAI के 2 ऑफिसरों को करीब 3 घंटे तक पुलिस स्टेशन में बिठा दिया। उनके इस कड़क रुख से प्रशासन में हड़कंप मच गया। मुद्दे की सूचना NHAI के आला ऑफिसरों को दी गई। जिन्होंने डीएम से संपर्क कर 2-3 दिन में काम प्रारम्भ करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही जिलाधिकारी का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने तय समय में काम प्रारम्भ करने या खामियाजा भुगतने की चेतावनी देकर ऑफिसरों को पुलिस स्टेशन से रिहा करने का आदेश दिया।
फिलहाल 2 लेन की है सड़क
रिपोर्ट के अनुसार मुरादाबाद से ठाकुरद्वारा होकर उत्तराखंड को जाने वाली रोड अभी केवल 2 लेन है, जबकि पिछले काफी समय से उसे 4 लेन हाईवे में बदलने के लिए गवर्नमेंट ने प्रॉजेक्ट-2 को मंजूर किया हुआ है। हाईवे को शीघ्र बनवाने के लिए डीएम मुरादाबाद की ओर से रास्ते में पड़ने वाली 90% भूमि का अधिग्रहण करके उसका पजेशन एनएचएआई को दिलाया जा चुका है। इसके बावजूद जब भी ऑफिसरों से काम प्रारम्भ करने के लिए बोला जाता है तो वो टालमटोल कर देते हैं।
काम प्रारम्भ न होने से भड़के डीएम
डीएम मानवेंद्र सिंह ने मंगलवार को इस प्रोजेक्ट का प्रोग्रेस जानने के लिए एनएचएआई के ऑफिसरों को तलब किया। इसके बाद NHAI के जेई शांतनु कुमार और एई मो नावेद डीएम कार्यालय पहुंचे। जिलाधिकारी ने उनसे हाईवे से जुड़ी प्रगति रिपोर्ट मांगी तो वे बगले झांकने लगे और कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। इससे डीएम का चेहरा गुस्से से तमतमा गया।
इंजीनियर्स को भिजवा दिया थाने
जिलाधिकारी ने सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन को टेलीफोन करके थाना प्रभारी रामप्रताप शर्मा को मय पुलिस बल डीएम कार्यालय बुला लिया। इसके बाद डीएम के आदेश पर NHAI के दोनों इंजीनियरों को हिरासत में लेकर पुलिस स्टेशन भिजवा दिया गया। जब NHAI के वरिष्ठ ऑफिसरों को अपने दो इंजीनियर को पुलिस स्टेशन में बिठाए जाने की समाचार मिली तो उनमें हड़कंप मच गया। इसके बाद इंजीनियरों को छुड़ाने के लिए मान-मनौव्वल का दौर प्रारम्भ हुआ।
NHAI अफसरों के फूल गए हाथ-पांव
NHAI के ऑफिसरों ने डीएम मुरादाबाद मानवेंद्र सिंह से बात करके अगले 2- 3 दिन में प्रोजेक्ट पर काम प्रारम्भ करने का आश्वासन दिया। करीब 3 घंटे तक चले इस ड्रामे के बाद डीएम ने दोनों ऑफिसरों को रिहा करने का आदेश दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि वे अपने वादे से मुकरे तो फिर आगे अधिक सख्त कार्रवाई की जाएगी।