Corona Returns: एक बार फिर से कोविड-19 ने देशभर में भय फैला दी है। केरल के बाद महाराष्ट्र और गोवा में नए वेरिएंट जेएन.1 की पुष्टि हो चुकी है। जिसके बाद कर्नाटक गवर्नमेंट ने भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क जरूरी कर दिया था। अब चंडीगढ़ प्रशासन ने भी सार्वजनिक स्थानों में मास्क महत्वपूर्ण कर दिया है। साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने की राय दी है। उधर, गाजियाबाद में आठ महीनों बाद कोविड-19 की वापसी हुई। बुधवार को भाजपा पार्षद अमित त्यागी कोविड-19 संक्रमित पाए गए।
इससे पहले कोविड-19 के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ मीटिंग की थी। बैठक में मंडाविया ने सभी राज्य सरकारों से अलर्ट पर रहने और राजनीति को दूर रखने की राय दी थी। मंडाविया ने बोला था कि हर तीन महीने में अस्पतालों की मॉक ड्रिल कराई जाए, अधिक से अधिक कोविड-19 टेस्टिंग हो और कोविड-19 के पॉजिटिव सेंपल केंद्र की लैब भेजे जाएं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं ये नए वेरिएंट जेएन.1 के तो नहीं हैं!
चंडीगढ़ में लोगों के लिए एडवाइजरी
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन ने राय दी है कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों से जितना हो सकें, बचे। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूर लगाएं। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में तीमारदारों, डॉक्टरों और हॉस्पिटल के अन्य स्टाफ के लिए भी मास्क लगाना जरूरी होगा। सर्दी और जुखाम या हल्की वायरल पर भी डॉक्टरों को जरूर दिखाएं क्योंकि इससे रोग फैलने का खतरा कम से कम रहेगा। प्रशासन ने लोगों से घबराने के बजाय गवर्नमेंट का योगदान देने और अलर्ट पर रहने को बोला है।
कोरोना के नए वेरिएंट की दहशत
कोरोना का नया वेरिएंट जेएन.1 पूरे विश्व के कई राष्ट्रों पर जमकर कहर बरपा रहा है। सबसे पहले सिंगापुर में इस वेरिएंट का पता लगा था। इसके बाद अमेरिका और चीन में भी इस वेरिएंट ने कई लोगों को बीमार किया। अस्पतालों में बीमार लोगों की लाइन लगी है। वहीं, हाल ही में केरल में भी एक मुकदमा के साथ हिंदुस्तान में इस वेरिएंट ने दस्तक दी। अब यह वेरिएंट महाराष्ट्र और गोवा तक फैल चुका है। इन दोनों राज्यों में नए वेरिएंट के 19 मुकदमा मिले हैं।
वहीं, देशभर में कोविड-19 के केसों में जबरदस्त उछाल आया है। नौ दिनों में कोविड-19 के मुकदमा दोगुना हो गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस वेरिएंट को क्लासिफाइड करते हुए इंटरेस्टऑफ वेरिएंट कैटेगरी में शामिल कर दिया है। हालांकि संगठन ने बोला है कि इस वेरिएंट से घबराने की आवश्यकता नहीं है, यह तेजी से फैल जरूर रहा है लेकिन, मृत्यु की घटनाएं बहुत कम हैं। ऐसा दावा है कि बाजार में मौजूदा वैक्सीन इस नए वेरिएंट के लिए कुछ हद तक कारगर है।