हैरतअंगेज! सनकी शख्स ने डमी को पत्नी समझ घोंटा घला और किया दुष्कर्म
सौतेली मां के दुर्व्यवहार से हिंसक बना बरेली का साइको किलर पत्नी के चले जाने की वजह से कुंठित भी हो गया था. स्त्री की मर्डर के बाद मृतशरीर के सीने पर बैठकर वह अश्लीलता भी करता था. पुलिस ने उसका व्यवहार देखने के लिए जब उसे डमी स्त्री दी तो उसुसे यह पुष्टि हुई. पुलिस ने साइको किलर को स्त्रियों की डमी देकर मर्डर की घटना का सीन री-क्रिएट कराया.
इस दौरान उसने डमी को जमीन पर गिराया और उसके गले में उसी तरह से गांठ लगाकर फंदा कसा, जैसा कि स्त्रियों के मृतशरीर में मिला था. इसके बाद वह डमी के सीने पर बैठकर अश्लील हरकत करने लगा. एक खड़ी डमी के साथ भी उसने वैसा ही दुर्व्यवहार किया, जिससे पुलिस को मर्डर के बाद मृतशरीर के साथ अश्लीलता करने की जानकारी मिली.
हर मौके की परफेक्ट जानकारी
पुलिस कुलदीप को लेकर सभी छह मौके पर भी पहुंची. इस दौरान पैदल-पैदल ही वह पुलिसवालों को मौके तक लेकर पहुंचा. वहां उसने पूरी जानकारी दी कि किस तरह उसने स्त्री की मर्डर की. मृतशरीर कहां डाला और कैसे वहां से भाग निकला.
हत्या के बाद कुलदीप मृतशरीर से चुरा ले जाता था निशानी
वारदात के बाद कुलदीप हर मृतशरीर से कुछ न कुछ निशानी (पुलिस की भाषा में ट्रॉफी) चुरा ले जाता था. उसके पास से अनीता देवी का वोटर आईडी कार्ड, लाल लिपस्टिक और बिंदी, ब्लाउज का टुकड़ा, प्रेमवती का हसिया, धानवती का आधार कार्ड और महमूदन का हसिया बरामद हुआ है. इसके अतिरिक्त उसके कब्जे से बीड़ी-माचिस और 130 रुपये बरामद हुए हैं.
शादी के ड्रामे ने फंसाया
साइको किलर कुलदीप पत्नी के चले जाने से कुंठित है लेकिन स्त्रियों के प्रति उसके मन में अभी भी आकर्षण है और वह विवाह के लिए लालायित है. इसके लिए चार पुलिसकर्मी उसके दोस्त बने और एक स्त्री सिपाही को दुल्हन बताकर पेश किया. हत्याओं को उसकी बहादुरी बताई तो उसने सारी सच्चाई उगल दी. छह हत्याओं के खुलासे में चार सिपाही सरफराज, उत्तम कुमार, शेखर वर्मा और अमित चौधरी की अहम किरदार रही.
कुलदीप से वार्ता में सामने आया कि वह अभी भी विवाह करना चाहता है तो इन चारों सिपाहियों को दोस्त बनाकर सादा कपड़ों में उसके साथ लगाया गया. चारों ने विवाह कराने का आश्वासन दिया और एक स्त्री सिपाही को दुल्हन बताकर उसे दिखाया गया. इससे वह पुलिसवालों के झांसे में आ गया. उसे बहादुर कहा तो वह स्त्रियों की मर्डर की बात स्वीकार करने लगा और दोस्त बने सिपाहियों को पूरी कहानी सुना डाली. घटना करने से लेकर पुलिस से बचने तक की उसने पूरी कहानी इन सिपाहियों को बताई. कहा कि बीच में पुलिस अधिक एक्टिव हुई तो वह चुप होकर बैठ गया.