रांची: 9 दिसंबर को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन गोड्डा के पथरगामा में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्य गवर्नमेंट की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मौजूद लड़कियों से पूछा कि क्या उन्हें साइकिल खरीदने के लिए पैसे मिले हैं। लड़कियों ने सीएम को शर्मिंदा करते हुए ‘नहीं’ में उत्तर दिया। इस घटना को कैद करने वाला एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पथरगामा में आयोजित ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। बच्चों और लाभार्थियों से वार्ता के दौरान सोरेन ने पूछा कि क्या लड़कियों को राज्य योजना के अनुसार साइकिल के लिए पैसे मिले हैं। लड़कियों ने नकारात्मक उत्तर दिया, जिससे हेमंत सोरेन ने मंच पर अधिकारी से साइकिल फंड नहीं देने का कारण पूछा। उत्तर से संकेत मिला कि पैसा लड़कियों के खाते में भेजा जा रहा है। इसके बाद हेमंत सोरेन ने पूछा कि क्या लड़कियों को राज्य गवर्नमेंट की सावित्रीबाई फुले योजना से फायदा मिल रहा है, और एक बार फिर, जोरदार उत्तर था ‘नहीं।’ इस आदान-प्रदान के वीडियो ने सोशल मीडिया पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर कर हेमंत सोरेन पर खोखले वादे करने का इल्जाम लगाया है। भाजपा ने अपने कैप्शन में कहा, “झूठी गवर्नमेंट के खोखले वादों का भंडाफोड़ हो गया है। झारखंड की बेटियों ने हेमंत सोरेन के झूठे वादों को उनके सामने खुलासा कर दिया है।” भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में करप्शन को छिपाने के लिए इसे आधिकारिक मंच से हटा दिया।
इसके उत्तर में, हेमंत सोरेन ने वीडियो में साफ किया कि सिर्फ़ उन लोगों को फायदा मिलता रहेगा जिन्हें पहले ही सावित्रीबाई फुले योजना के अनुसार पैसा मिल चुका है, और अन्य बच्चों के लिए अतिरिक्त धन का कोई प्रावधान नहीं है। साइकिल के पैसे के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सीधे खातों में ट्रांसफर किया जाएगा और मौके पर नहीं दिया जाएगा।