जानें कैसे, खत्म हो चुकी थी धड़कने, बंद हो चुका था दिमाग, फिर अचानक मुर्दे में आई जान…
चिकित्सा के क्षेत्र में होने वाले करिश्मा अक्सर डॉक्टरों तक को दंग कर देते हैं। इस तरह के मुद्दे में दिमाग के उपचार में भी देखने को मिलते हैं जिस क्षेत्र में अभी हमारे चिकित्सक बहुत कुछ हासिल नहीं कर सके हैं। एक मुद्दे में एक स्त्री कोमा में चली गई थी। डॉक्टरों का बोलना था कि हो सकता है कि उसके कोमा से बाहर आने में वर्षों लगा जाएं। यहां तक कि उन्होंने उसके दिमाग के मृत ही मान लिया। लेकिन जब उसके लाइफ सपोर्ट के उपकरण बंद ही किया जाने वाला था, तभी स्त्री ने होश में आकर सभी को चौंका दिया।
येके के एसेक्स के बेसिलडन में 32 वर्ष की केएफसी कार्यकर्ता एम्मा प्राइस, ओवरडोज लेने के बाद कोमा में चली गई थी।लेकिन जुलाई के अंत में अचानक ही होश में आने के बाद अब वह तेजी से ठीक हो रही है।उसने अपने कष्ट के बाद पहली बार बात की है। एम्मा को उसके परिवार ने घर पर बेहोश पाया था। उनका दावा है कि उसने अपने वर्कप्लेस पर कथित तौर पर तंग किए जाने के बाद ओवरडोज ले लिया था।
एम्मा, ने आठ वर्ष तक KFC के लिए काम किया था, जब वह कथित तौर पर दबमाशी का शिकार हुई थी, जिसके बारे में बोला जाता है कि यह पिछले वर्ष के उत्तरार्ध में प्रारम्भ हुआ था।दावा किया गया है कि एम्मा ने अपने परिवार को कहा था कि उस पर बहुत ज़्यादा काम का बोझ है, जबकि स्टाफ़ के दूसरे सदस्य कुछ नहीं करते और उसने उन्हें उसकी पीठ पीछे उसके बारे में बात करते हुए पकड़ा था।
एसेक्स लाइव के अनुसार, उसके परिवार ने पहले अपना गुस्सा व्यक्त किया था कि KFC ने उन्हें कहा था कि वे एक आंतरिक जांच करेंगे, लेकिन फास्ट फ़ूड फर्म ने एम्मा की स्थिति के बारे में नहीं पूछा। अब KFC के एक प्रवक्ता ने बोला है, “इस मुश्किल समय में हमारी संवेदनाएं एम्मा और उसके परिवार के साथ हैं।
एम्मा को लाइफ सपोर्ट उपकरण पर रखना पड़ा था और उसकी हालत की गंभीरता के कारण उसे चौबीसों घंटे देखभाल मिल रही थी। इस हफ्ते की आरंभ में, एम्मा पहली बार अपने परिवार से बात करने में सफल रही, उसने टेलीफोन पर नमस्ते बोला और उन सभी का धन्यवाद भी किया जिन्होंने उसका और उसके परिवार का साथ दिया।