बिहार: चुनाव में मिली हार तो मुखिया को मरवाया दिनदहाड़े

बेगूसराय। बिहार की बेगूसराय पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए महज 72 घंटों के अंदर मुखिया हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इसके साथ ही मर्डर में संलिप्त मोहम्मद अंजुम, फरहान एवं इश्तियाक को अरैस्ट कर लिया, हालांकि मुख्य अभियुक्त महफूज अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। महफूज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा कोर्ट से कुर्की जब्ती का वारंट एवं गिरफ्तारी वारंट की मांग की गई है।
गौरतलब है कि गुरुवार की दोपहर उस समय अपराधियों ने परना के मुखिया वीरेद्र शर्मा की गोली मारकर मर्डर कर दी थी जब वह पंचायत के काम से जिला मुख्यालय बेगूसराय आ रहे थे। पूरा मामला नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के परना गांव का है। पुलिस कप्तान योगेंद्र कुमार ने बताया कि चुनावी रंजिश की वजह से चुनाव में हारे हुए मोहम्मद महफूज के द्वारा पूरे घटना की षड्यंत्र रची गई और उक्त घटना को शूटर के माध्यम से अंजाम दिलवाया गया।
बताया जा रहा है कि मुखिया चुनाव के दौरान मोहम्मद महफूज को परना पंचायत के मुखिया वीरेंद्र शर्मा ने मात्र 20 वोटों के अंतर से हराया था और इसी को लेकर मोहम्मद महफूज के द्वारा लगातार मुखिया को धमकी भी दी जा रही थी। अभी पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है. लेकिन घटना के बाद सियासी दलों ने भी उक्त मुद्दे को काफी उछाला।
चूंकि मृतक मुखिया वीरेंद्र शर्मा बीजेपी के परना पंचायत के पिछड़ा प्रकोष्ठ के एक्टिव कार्यकर्ता थे इसलिये मुखिया वीरेंद्र शर्मा की मर्डर के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा एवं विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी भी परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे और गवर्नमेंट को घेरा था।