अखिलेश यादव : बीजेपी को 80 में से 80 सीटें हराने की रणनीति बनाएगी सपा
कानपुर : मंगलवार को अखिलेश यादव कानपुर में एक निजी होटल में समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रथन पुण्य तिथि पर आयोजित स्मृति महोत्सव में शिरकत करने पहुचे।अखिलेश के स्वागत को लेकर विधायक और समाजवादी पार्टी नगर अध्यक्ष के समर्थक में हाथापाई भी हो गई।जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात समाचार नहीं करता हैं। वही स्मृति महोत्सव कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में जीत का दम भरते हुए बोला कि वह 2024 के चुनाव में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं के योगदान से भाजपा को करारी शिकस्त देगें।वहीं उन्होंने कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर बोला कि कांग्रेस पार्टी को बताना होगा “अगर राष्ट्र स्तर पर गठबंधन है तो राष्ट्र स्तर पर रहेगा”, यदि प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं है तो भविष्य में प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं होगा।
80 सीटों से जीतेंगी सपा
कानपुर दौरे के दौरान अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बोला कि 2024 के चुनाव में सपा पूरे जिम्मेदारी से चुनाव लड़ेगी।अखबारों में गठबंधन को लेकर क्या छप रहा है, इससे समाजवादियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है।सपा पूरी जिम्मेदारी से चुनाव लड़ेगी और भाजपा को 80 में से 80 सीटें हराने की रणनीति बनाएगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बोला कि स्मृति महोत्सव के आयोजन से नेता जी के साथ बिताएं पलों की यादें ताजा कर दी है। कुछ बाते ऐसी होती है जो किसी एक आदमी के लिए ही होती है, ऐसा एक नारा है जो केवल नेता जी के लिए है।जिसने कभी न झुकना सीखा उसका नाम मुलायम है…
मन से थे मुलायम नेता जी
कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान अखिलेश ने कहा कि उन्होंने नेता जी के एक खास साथी से उन पर गाना बनाने को बोला था, जिसमें पहली लाइन उन्होंने लिखी थी मन से मुलायम। नेता जी मन से मुलायम थे, लेकिन इरादे बहुत मजबूत थे। इस दौरान मुलायम सिंह अमर रहे की नारों से पंडाल गूंज उठा।कार्यकर्ताओं को शांत कराते हुए उन्होंने बोला नेता जी ने हमे लाल टोपी, साइकिल और झंडा विरासत में दिया है।हमारा दायित्व बनता है कि इसे आने वाले 100 वर्षों तक बनाएं रखे और आगे बढ़ाने का काम करें।
स्वागत को लेकर विधायक और समर्थक आमने -सामने
जाजमऊ चेक पोस्ट पर मंगलवार सुबह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के स्वागत को लेकर विधायक मोहम्मद हसन रूमी और नगर अध्यक्ष फजल महमूद के समर्थकों में हाथापाई हो गई। इस दौरान विधायक भी मारपीट करते हुए नजर आए। मौके पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने बीच बचाव कर मुद्दे को शांत कराया।बता दे कि अखिलेश यादव कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए शहर आ रहे हैं।इस दौरान जाजमऊ चेकपोस्ट पर उनके स्वागत के लिए समाजवादी पार्टी नगर अध्यक्ष फजल महमूद समेत उनके समर्थक खड़े थे।तभी कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद हसन रूमी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे।इस बीच किसी बात को लेकर विधायक और नगर अध्यक्ष के बीच टकराव हो गया। दोनो तरफ से समर्थकों में गाली गलौज होने लगी। तभी विधायक हसन रूमी ने मारपीट प्रारम्भ कर दी। इसके बाद दोनों की तरफ से समर्थकों में मारपीट हो गई। इतना ही नहीं दोनो तरफ से कुर्सियां चलने लगी।वही पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
जीरो टॉलरेंस वाली छीन रहे आखों की रोशनी
कानपुर में दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह भाटिया से हुई हाथापाई के मुद्दे में अखिलेश यादव ने बोला कि बीजेपी के लोग अहंकार में आदमी को आदमी नहीं समझ रहे हैं। जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले लोग किसी की आंख की रोशनी तक छीन ले रहे है। उन्होंने बोला कि बीजेपी के लोगों ने सिख समाज के आदमी को इतना मारा कि उसकी आंख की रोशनी तक चली गई।इसके साथ ही उन्होंने बोला देवरिया के साथ कानपुर में भी अन्याय हुआ है। वही उन्होंने पुलिस पर भी गंभीर इल्जाम लगाए हैं।यही नही अखिलेश ने किसान बाबू सिंह यादव खुदकुशी मुद्दे में फरार चल रहे बीजेपी से निष्कासित चिकित्सक प्रियरंजन आशु दिवाकर को लेकर बोला कि पहले किसान से धोखे से जमीन ली गई।फिर जो चेक दी गई उसे वापस ले लिया गया।उन्होंने बोला कि किसान बाबू सिंह यादव को खुदकुशी के लिए विवश किया गया है। इस मुद्दे में आरोपी को अभी तक कानपुर की पुलिस क्यों नहीं अरैस्ट कर पाई है,अखिलेश ने बोला कि क्या कानपुर के ऑफिसरों के पास बुलडोजर नहीं है या उसमें पेट्रोल डीजल नहीं है।या उन्हें बुलडोजर के लिए ड्राइवर नही मिल रहा।इस दौरान बड़ा इल्जाम लगाते हुए उन्होंने बोला कि आरोपी नेता बीजेपी के डिप्टी मुख्यमंत्री के संपर्क में है।