इस दिन पुरुष ना निकले घर से बाहर, नहीं तो हो जाएगी कुटाई
राजस्थान की सांस्कृतिक राजधानी जोधपुर में 27 अप्रैल पुरूषों पर भारी पड़ने वाला है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी परंपरागत रूप से मनाए जाने वाले धींगा गवर मेले को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हाथो में बेंत लिए महिलाएं और युवतियां भिन्न-भिन्न तरह के स्वांग रचकर जब सड़को पर निकलेंगी, तो बेंत की पिटाई से बचने के लिए पुरूष और पुरुष भागते दौड़ते नजर आएंगे।
इस बेंतमार मेले की परम्परा है कि यदि कुंवारों के बेंत लग जाए, तो जल्द शादी हो जाता है। वहीं इस बार मेले के दौरान पुलिस कमिश्नरेट की काफी माकूल प्रबंध रहने वाली है। इस बार 500 से अधिक पुलिस के अधिकारी और जवान व्यवस्थाओं को संभाले नजर आएंगे।
केवल जोधपुर में किया जाता है ये पूजन
महोत्सव के अनुसार मनाए जाने वाले अनूठे उत्सव धींगा गवर पर सुहागिनों के साथ विधवा महिलाएं भी गवर माता का पूजन करती हैं। इस पूजन से वे गवर माता से अगले जन्म में सदा सुहागन रहने की कामना करती हैं। पौराणिक कथा के मुताबिक ईश्वर शिव ने पार्वती को यह वरदान दिया था कि धींगा गवर का पूजन करने वाली विधवा स्त्रियों के अगले जन्म में सुहाग की उम्र लंबी होगी। गणगौर के 16वें दिन धींगा गवर का पूजन होता है। इसमें एक दिन पहले तीजणियां पवित्र सरोवर से जल भरकर लाती हैं और गणगौर माता का पूजन करती हैं। फिर पूजन के अंतिम दिन शाम को आरती के बाद महिलाए विभिन्न स्वांग रचकर सड़कों पर निकलती हैं।
500 से अधिक अधिकारी जवान देंगे ड्यूटी
जोधपुर पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह के निर्देशन में इस मेले को देखते हुए पुलिस की ओर से व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहने वाली हैं। डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में धींगा गवर के दिन स्त्री जवानों से लेकर सिविल वस्त्रों में जवान तैनात होंगे। वहीं ड्रोन से भी पहले वीडियो ग्राफी कराई जाएगी। धींगा गवर मेले को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से अभी से बेहतर इंतजामात कर लिए गए हैं, ताकि मेले के दौरान किसी तरह की कोई कठिनाई ना हो। पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह के निर्देश का पालन करते हुए डीसीपी आलोक श्रीवास्तव द्वारा पर्याप्त जवान लगाने के साथ ही एक रजिस्टर भी रखा गया है, जिसमें असामाजिक तत्वों को रोकने के साथ उनकी डिटेल्स पूछी जाएगी और रजिस्टर में उसको नोट किया जाएगा।
अब 10 से 15 हजार तक रेंट के रचते हैं स्वांगचार
पीढ़ियों से मेले के दौरान ड्रेस इत्यादि तैयार करने का काम करने वाले कमल किशोर ने मीडिया को कहा कि धींगा गवर का लगातार क्रेज बढ़ता जा रहा है। अब एक-एक महीने पहले तैयारी चलती है। पहले 2 से ढाई हजार लोगों को मेकअप करके तैयार किया जाता था। बदले समय के साथ काफी परिवर्तन आया है और स्वांग रचकर निकलने वाली स्त्रियों की संख्या भी बढ़ी है।