असम ट्रिपल मर्डर केस: पुलिस ने मुख्य आरोपी नजीबुरके भाई और मां को किया अरेस्ट
गुवाहाटी। असम पुलिस ने गुरुवार को बोला कि तिहरे हत्याकांड मुद्दे में मुख्य आरोपी नजीबुर रहमान के भाई और मां को हिरासत में लिया गया है।
पीडि़त परिवार की एकमात्र जीवित बची अंकिता घोष ने दावा किया कि उसने पिछले वर्ष एक हमले के बारे में पुलिस से कम्पलेन की थी, जहां मुख्य आरोपी की मां ने उसके बाल खींचे थे और बड़े भाई ने उसके पेट में लात मारी थी। हालाँकि, उसने इल्जाम लगाया कि पुलिस ने उस समय कुछ नहीं किया।
अंकिता द्वारा मीडिया के सामने विस्फोटक टिप्पणी करने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी के भाई हिज्बुल रहमान और उसकी मां सालेहा बेगम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
गोलाघाट जिले के पुलिस अधीक्षक पुश्किन जैन ने संवाददाताओं से कहा, “हम मर्डर से जुड़े हर संभावित पहलू की जांच कर रहे हैं। मुख्य आरोपी के भाई और मां से पूछताछ की जा रही है। यदि जरूरी हुआ, तो हम उन्हें अरैस्ट करेंगे।”
उन्होंने बोला कि मुख्य आरोपी नजीबुर रहमान ने पुलिस के सामने अपना क्राइम कबूल कर लिया है, लेकिन वैसे पुलिस हिरासत में दिया गया बयान न्यायालय में स्वीकार्य नहीं है, इसलिए पुलिस आरोपी के विरुद्ध मजबूत मुद्दा पेश करने के लिए सबूत इकट्ठा कर रही है।
इस बीच, पुलिस टीम रहमान को मृत संघमित्रा घोष और उसके माता-पिता के घर ले गई और क्राइम स्थल पर सीन रीक्रिएट किया।
आरोप थे कि मुख्य आरोपी नशीले पदार्थों का सेवन करता था। इस तिहरे हत्याकांड में ड्रग गठजोड़ की किरदार की भी जांच की जा रही है।
जैन ने कहा, ”हम उस पक्ष की भी जांच कर रहे हैं।”
इस हफ्ते की आरंभ में नजीबुर रहमान, जिसकी विवाह गोलाघाट शहर के हिंदी विद्यालय रोड क्षेत्र की निवासी संघमित्रा घोष से हुई थी, ने अपनी पत्नी और उसके माता-पिता – संजीव घोष और जुनू घोष की मर्डर कर दी।
संघमित्रा घोष की बहन अंकिता घोष ने इल्जाम लगाया कि उन्होंने सोमवार शाम को अपनी बहन को वीडियो कॉल किया जब उन्होंने देखा कि रहमान छुरी से परिवार पर धावा करने की प्रयास कर रहा है।
उसने पड़ोसियों को सूचित किया और जब वे घर गए, तो उन्होंने देखा कि घोष और उसके माता-पिता खून से लथपथ पड़े थे।
आरोपी नजीबुर रहमान संघमित्रा के नवजात लड़के को लेकर भाग गया। हालांकि, कुछ घंटों बाद उसने नवजात के साथ गोलाघाट थाने में सेरेण्डर कर दिया।