Kedarnath Yatra: फर्जी पंजीकरण के नाम पर यात्रियों से लाखों की ठगी
प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि बुधवार को ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर जवाड़ी बाईपास स्थित पुलिस चौकी पर वाहनों की चेकिंग की जा रही थी. इस दौरान कुछ यात्रियों के पंजीकरण को चेक किया तो पंजीकरण और पंजीकरण में अंकित तिथि में काफी अंतर दिखा. जांच करने पर पता चला कि बाद की तिथि के पंजीकरण में फेरबदल कर उसे वर्तमान तिथि में इस्तेमाल में लाया गया है.
एसपी ने कहा कि पुलिस ने संबंधित यात्रियों और ट्रेवल्स एजेंसी के कर्मचारी से पूछताछ की तो साफ जानकारी नहीं मिल पाई. यात्रियों ने कहा कि वह भिन्न-भिन्न प्रांतों से केदारनाथ यात्रा पर आए हैं. हरिद्वार में टूर ऑपरेटर के माध्यम से कुछ लोगों ने उनका पंजीकरण किया है.
यमुनोत्री धाम में फर्जी पंजीकरण के साथ पकड़ी गई थीं दों बसें
बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार और दिल्ली में उनसे कुछ लोगों ने 2500 रुपये से लेकर 3.50 लाख रुपये तक लिए थे. लेकिन यहां जांच में उनका रजिस्ट्रेशन फर्जी मिला है. डाॅ। विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि पीड़ितों की लिखित कम्पलेन पर 9 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. साथ ही यात्रियों के द्वारा जिन लोगों के नाम बताए गए हैं, उनके बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. बता दें कि इससे पहले यमुनोत्री धाम में फर्जी पंजीकरण के साथ दों बसें पकड़ी गई थीं. जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया था.
सरकार की वेबसाइट से ही करें पंजीकरण
एसपी ने कहा कि चारधाम यात्रा के पंजीकरण कराने के लिए कुछ टूर ऑपरेटर कुछ शातिर लोगों के साथ मिलकर यात्रियों को गुमराह कर उन्हें फर्जी पंजीकरण थमा रहे हैं. इसकी एवज में उनसे धनराशि ऐंठी जा रही है. ऐसे में यात्री उत्तराखंड गवर्नमेंट की वेबसाइट से ही पंजीकरण करें. साथ ही यात्रा में आते हुए क्षेत्रीय पुलिस और प्रशासन का योगदान करें.