अब तक इतने लोगों की गई जान, नहीं थम रहा श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला

देहरादून: उत्तराखंड की विश्व मशहूर चारधाम यात्रा को प्रारम्भ हुए लगभग 1 महीने का समय हो गया है. इस बार मौसम भी यात्रियों की कड़ी परीक्षा लेने में पीछे नहीं है. पल-पल बदलते मौसम के कारण यात्रियों को भी काफी परेशानियां हो रही हैं, लेकिन फिर भी उनका उत्साह कम नहीं हो रहा है. इस बार जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो वहीं केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में कभी हिमखंड और ग्लेशियर आ कर गिर रहे हैं, तो कभी चट्टानें गिर कर यात्रा में बाधा उत्पन्न कर रही हैं. मौसम विभाग लगातार मौसम को लेकर अलर्ट जारी कर रहा है.
35 लाख से अधिक श्रद्धालु करवा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
तो वहीं चारधाम यात्रा में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं के संख्या की बात की जाए तो इस समय केदारनाथ में सबसे अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. दूसरी तरफ बद्रीनाथ में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. यात्रा की शुरूआत 22 अप्रैल को हुई थी और अभी तक लगभग 35 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवा दिया है, तो 15 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मौत
यात्रा में बच्चे हों या फिर बुजुर्ग सभी पहुंच रहे हैं. लेकिन इस बार यात्रा में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय है. पिछले 34 दिन की बात करें तो इन 34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है. बड़ी बात यह है कि शासन और प्रशासन द्वारा यात्रियों के लिए बहुत कुछ करने की बात की जा रही है. कोशिशें की जा रही है कि उन्हीं यात्रियों को यात्रा करने दिया जाए जो स्वस्थ है, खासतौर पर बुजुर्ग यात्रियों का मेडिकल सर्टिफिकेट तक चेक करने की बात कही जा रही है. स्थान जगह पर चिकित्सक भी तैनात किए गए हैं. यही नहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए हेल्थ एटीएम तक लगाए गए हैं. ताकि श्रद्धालुओं के 70 से अधिक जांचे कुछ ही मिनट में की जा सकें, बावजूद इसके मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.
ये है 24 मई 2023 तक के आंकड़े-
- यमुनोत्री में 19 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो चुकी है.
- गंगोत्री में 9 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत
- केदारनाथ में 34 श्रद्धालुओं की मौत.
- बद्रीनाथ में 13 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत