उत्तराखंड की पहली वंदेभारत ट्रेन को कल पीएम रही झंडी दिखाकर करेंगे रवाना

नई दिल्ली। उत्तराखंड की पहली वंदेभारत ट्रेन को कल पीएम रही झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन राष्ट्र की 17वीं वंदेभारत ट्रेन होगी। इस ट्रेन के चलने के बाद हरिद्वार, ऋषिकेश के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को भी लाभ होगा। इन इलाकों के लोगों का दिल्ली और देहरादून आना -जाना आसान हो जाएगा। यहां के लोगों को वंदेभारत ट्रेन के रूप में एक और विकल्न्प मिल जाएगा।
उत्तराखंड की पहली वंदेभारत ट्रेन 100 प्रतिशत इलेक्ट्रीफाइड ट्रैक पर दौड़ेगी। देहरादून तक के ट्रैक का हाल ही में इलेक्ट्रीफिकेशन किया गया है। इसके साथ ही, उत्तराखंड रेलवे का ट्रैक अब 100 प्रतिशत इलेक्ट्रीफाइड हो गया है। पीएम इस ट्रैक का भी लोकार्पण करेंगे।
रेलवे मंत्रालय के मुताबिक पीएम वंदेभारत ट्रेन का सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यात्रियों को शाँति भरी यात्रा कराने के लिए वंदेभारत ट्रेन में वर्ल्ड क्लास सुविधा दी गयीं हैं। सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेन में कवच तकनीक का प्रयोग किया गया है। यह वंदेभारत ट्रेन देहरादून से चलकर हरिद्वार, टपरी जंक्शन, मेरठ, गाजियाबाद होते हुए आनंद विहार स्टेशन पहुंचेगी।
देश की पहली वंदे हिंदुस्तान ट्रेन सबसे नयी दिल्ली से भगवान शिव की नगरी काशी के बीच चली। यह ट्रेन फरवरी 2019 में चलाई गयी है। वहीं, दूसरी ट्रेन को भी धार्मिक नगरी से जोड़ा गया और यह ट्रेन नयी दिल्ली से श्री वैष्णो देवी कटरा के बीच चली। तीसरी गांधीनगर से मुंबई के बीच चलाई गयी, चौथी नयी दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल के बीच प्रारम्भ की गयी। पांचवीं वंदेभारत को चेन्नई से मैसूर के बीच चलाया गया। छठीं वंदेभारत नागपुर से बिलासपुर के बीच चली। इसी तरह सातवीं वंदेभारत ट्रेन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी और आठवीं वंदेभारत सिकंदराबाद से विशाखपट्टनम के बीच प्रारम्भ की गयी। वहीं, नौंवी मुंबई से सोलापुर और 10वीं मुंबई से शिरडी,11वीं रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से निजामुद्दीन, 12वीं, 13वीं सिकंदराबाद से तिरुपति और चेन्नई से कोयंबटूर, 14वीं दिल्ली से अजमेर क और 15वीं तिरुअंतपुरम से कासरगोड, 16वीं भुवनेश्वर से हावड़ा के बीच चल रही है।