उत्तराखण्ड

पयर्टकों को आकर्षित करता है ऋषिकेश का यहाँ का शांत और सुरम्य वातावरण

गंगा और चंद्रभागा नदी के संगम पर हिमालय की तलहटी में स्थित, ऋषिकेश देहरादून जिले का एक छोटा-सा शहर है, जो उत्तराखंड में हरिद्वार के करीब स्थित है. ऋषिकेश (जिसे हृषिकेश भी बोला जाता है) अपनी साहसिक गतिविधियों, प्राचीन मंदिरों, लोकप्रिय कैफे और “विश्व की योग राजधानी” के रूप में जाना जाता है. गढ़वाल हिमालय का प्रवेश द्वार, ऋषिकेश एक तीर्थ शहर और हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक है.

1960 के दशक में जब बीटल्स ने यहां महर्षि महेश योगी के आश्रम का दौरा किया तो ऋषिकेश पूरे विश्व में मशहूर हो गया. आज, यह जगह बीटल्स आश्रम के रूप में लोकप्रिय है जो विश्व स्तर पर पर्यटकों को आकर्षित करता है. यह शांत शहर लंबे समय से एक आध्यात्मिक केंद्र रहा है. यह शहर व्हाइटवॉटर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, माउंटेन बाइकिंग और तेज बहती पवित्र गंगा के किनारे कैंपिंग के लिए भी उतना ही लोकप्रिय है. यह कई हिमालयी ट्रेक के प्रवेश द्वार के रूप में भी कार्य करता है.

गंगा नदी के पवित्र तट पर स्थित होने के कारण, ऋषिकेश साधुओं (संतों) का केंद्र रहा है, जहां आध्यात्मिकता, योग, ध्यान और आयुर्वेद सिखाने वाले कई आश्रम खुल रहे हैं. वैसे यह एक धार्मिक शहर है, इसलिए यहां मांसाहारी भोजन और शराब कठोर वर्जित है. ऋषिकेश में गंगा नदी के तट पर सबसे खूबसूरत शाम की आरती होती है. मार्च के पहले हफ्ते में यहां तरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें पूरे विश्व से योग प्रेमी आते हैं.

ऋषिकेश को दो मुख्य क्षेत्रों में विभाजित किया गया है- डाउनटाउन क्षेत्र जिसे ऋषिकेश शहर के रूप में जाना जाता है, जहां लोकप्रिय त्रिवेणी घाट स्थित है. लोकप्रिय राम झूला और लक्ष्मण झूला से 2 किमी ऊपर की ओर ऋषिकेश का दूसरा किनारा है जहां अधिकतर लोकप्रिय आश्रम, कैफे, आवास और पर्यटक पाए जा सकते हैं. गौरतलब है कि हरिद्वार और ऋषिकेश पहले भारतीय शहर हैं जिन्हें “जुड़वां राष्ट्रीय विरासत शहर” का खिताब दिया गया है.

Related Articles

Back to top button