राम मंदिर निर्माण के लिए यूपी की शशि 30 साल से कर रहीं अद्भुत तप
अयोध्या में ईश्वर श्रीराम का मंदिर का निर्माण जल्द पूरा होने वाला है। इस मंदिर के निर्माण के लिए अलीगढ़ की शशि गौड़ बीते करीब 30 वर्ष से अनोखी तपस्या कर रही हैं। यह तपस्या है रोजाना कॉपी में सीताराम लिखना। 1990 के दशक में महंत नृत्य गोपाल से प्रेरणा लेकर वह अब तक करीब ढाई करोड़ बार सीताराम कॉपी में लिख चुकी हैं। ये सभी कॉपियां अयोध्या मंदिर में संचालित राम नाम बैंक में जमा होती हैं। राम मंदिर निर्माण पूरा होने पर यह सभी कॉपियां गर्भगृह में रखी जाएंगी। आईटीआई रोड निवासी शशी गौड़ घरेलू गृहणी हैं। उनके पति सतीश गौड़ एक्सपोर्टर हैं।
अलीगढ़ में जब भी महंत नृत्य गोपाल दास आते हैं तो इनके आवास पर ही प्रवास करते हैं। एक्सपोर्टर सतीश गौड़ ने कहा कि 1990 के समय की बात थी जब महंत नृत्य गोपाल दास प्रवास पर आए हुए थे। तब पूरे परिवार ने उनसे दीक्षा ली थी। पत्नी शशी ने महंतजी से पूछा कि अयोध्या में राम मंदिर कब बनेगा। इस पर महंतजी ने बोला था कि राम-राम, सीता-राम जपते रहो, जल्द मंदिर बन जाएगा। इसके बाद से ही पत्नी के द्वारा कॉपी में सीता-राम, सीता-राम लिखना प्रारम्भ कर दिया।
अब 70 वर्ष की उम्र में भी यह तपस्या जारी है। एक कॉपी में 29312 बार ईश्वर का नाम वह लिखती हैं। 30 वर्ष की अपनी तपस्या में वह 850 कॉपियां लिख चुकी हैं। यह सभी कॉपियां अयोध्या राम मंदिर में सालों से संचालित राम नाम बैंक में जमा हैं। इस बैंक में देशभर से लोग इस तरह से सीता-राम लिखी कॉपियां लाकर जमा करते हैं।
मंदिर निर्माण के शिलापूजन में मिला था निमंत्रण
अयोध्या में जब ईश्वर राम मंदिर के निर्माण की नींव रखते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने शिलापूजन किया था तो अलीगढ़ से सतीश गौड़ और उनका परिवार भी इस कार्यक्रम में शामिल हुआ था। उनके द्वारा पीएम, मुख्यमंत्री और महंत नृत्य गोपाल दास को अलीगढ़ में ब्रास से तैयार राम दरबार की मूर्ति भी भेंट की थी। शशि गौड़ का परिवार प्रत्येक माह 10 दिन के प्रवास के लिए अयोध्या जाता है। जहां वह महंत नृत्य गोपाल दास के आश्रम में रुकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस माह जल्द ही अयोध्या जाना होगा। शशि गौड़ कहती हैं कि यह सब प्रभु की माया है। उनके द्वारा ही यह पुण्य कार्य कराया जा रहा है। रोजाना एक से दो घंटे का समय इस कार्य के लिए निकाल लेती हूं।