उत्तर प्रदेश

UP Board School: पहली बार गणित और विज्ञान क्लब के लिए मासिक गतिविधियों का कैलेंडर जारी

प्रदेश के 2306 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में गणित और विज्ञान क्लब का गठन होगा. इसके लिए समग्र शिक्षा माध्यमिक के राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से प्रति विद्यालय दस हजार रुपये के हिसाब से दो करोड़ तीस लाख 60 हजार रुपये की रकम जारी हुई है. खास बात यह है कि पहली बार गणित और विज्ञान क्लब के लिए मासिक गतिविधियों का कैलेंडर जारी किया गया है. अपर राज्य परियोजना निदेशक विष्णुकांत पांडेय ने 26 अप्रैल को जारी पत्र में दोनों क्लब के गठन के लिए निर्देश जारी किए हैं. इसमें पीएम श्री योजना में चयनित 83 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को शामिल नहीं किया गया है.

गणित क्लब के संरक्षक संबंधित विद्यालय के प्रिंसिपल या प्रधानाध्यापक होंगे. मार्गदर्शक की किरदार में प्रिंसिपल की ओर से नामित गणित के शिक्षक होंगे. हाईस्कूल में गणित संबंध में सर्वाधिक नंबर पाने वाला और 11वीं में अध्ययनरत विद्यार्थी अध्यक्ष जबकि कक्षा नौ में गणित में सर्वाधिक अंक पाने वाला और हाईस्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थी को सचिव बनाया जाएगा. इसी प्रकार विज्ञान क्लब का भी गठन होगा. जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह का बोलना है कि गणित और विज्ञान क्लब की गतिविधियां निर्देशानुसार संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं.

कई गतिविधियों में शामिल होंगे छात्र-छात्राएं
विज्ञान क्लब के लिए भी माहवार कार्यक्रम जारी किया गया है. सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस, 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस, 30 अप्रैल आयुष्मान हिंदुस्तान दिवस, 11 मई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस विभिन्न जरूरी दिवसों पर होने वाली गतिविधियों में विज्ञान क्लब के सदस्य छात्र-छात्राएं शामिल होंगे.

सदस्य हर माह एक गणितज्ञ की जीवनी पढ़ेंगे
समग्र शिक्षा अभियान की ओर से जारी आदेश के मुताबिक गणित क्लब के सदस्यों को हर महीने एक गणितज्ञ के बारे में जानकारी दी जाएगी. अप्रैल में आर्यभट्ट, मई ब्रह्मगुप्त, जुलाई भास्कराचार्य, अगस्त श्रीनिवास रामानुजन, सितंबर डीआर कापरेकर, अक्टूबर नरेन्द्र कृष्ण करमाकर, नवंबर डाक्टर हरीशचन्द्र मेहरोत्रा, दिसंबर वराहमिहिर, जनवरी शकुंतला देवी, फरवरी सुजाता रामदोरई और मार्च में रामशंकर अभ्यंकर के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अतिरिक्त गणित क्लब के सदस्य विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग करेंगे. वन महोत्सव पखवाड़ा के अनुसार पौधरोपण के दौरान गड्ढे की नापजोख और एक से दूसरे पेड़ की दूरी का निर्धारण करेंगे.

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