धनौरा के खादर इलाके में तीन वर्षीय मासूम ने तेज बुखार के चलते दम तोड़ा
अमरोहा में खादर इलाकों के ज्यादातर गांवों में आज बाढ़ जैसे हालात हैं। पानी खेतों के बाद अब गांवों में भी घुस गया है। ग्रामीण नाव और ट्यूब के सहारे अपनी जीवन का पहिया चला रहे हैं। पशुओं के लिए चारे का भी संकट पैदा हो गया है। खेतों में पांच पांच फीट तक पानी भर गया है। फसलें जलमग्न हैं। ग्रामीण प्रशासन पर भी कोई ठोस व्यवस्था नहीं करने का इल्जाम लगा रहे हैं।
उधर बाढ़ के पानी के चलते गांवों में बीमारियां भी जन्म ले रही हैं। धनौरा के खादर क्षेत्र में बीते कल तीन वर्षीय मासूम ने तेज बुखार के चलते दम तोड़ दिया। उधर बिजनौर बैराज से लगातार पानी गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। जिससे गंगा खतरे के निशान की ओर धीरे धीरे बढ़ रही है। दरअसल पहाड़ी इलाकों में हो रही बरसात से गंगा नदी उफान पर चल रही है।
उत्तराखंड के हरिद्वार बैराज से पानी गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। जिसके बाद बिजनौर बैराज से पानी अमरोहा की ओर आ रही गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। अमरोहा के तिगरी गंगा धाम में गंगा नदी के खतरे का निशान 202.00 गेज मीटर पर है। जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी का जलस्तर 201.50 गेज मीटर दर्ज किया जा रहा है। पिछले एक हफ्ते से गंगा नदी के जलस्तर में 100 सेमी से अधिक का बढ़ोत्तरी हुआ है। आलम ये है कि गंगा किनारे बसे लगभग 70 गांव बाढ़ की चपेट में है।
किसान की तीन वर्षीय बेटी ने दम तोड़ा
किसान पांच पांच फीट पानी से होकर खेतों पर पशुओं के लिए चारा लेने जा रहे हैं। गांवों में पानी घुसने लगा है। ग्रामीणों को शहर आने के लिए भी भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। बाढ़ के चलते स्थिति बहुत खराब हो गई है। ग्रामीण प्रशासन पर भी कोई योगदान नहीं करने का इल्जाम लगा रहे हैं। खादर क्षेत्र में बीमार लोगों को हॉस्पिटल लाने के लिए ग्रामीण ट्यूब का सहारा ले रहे हैं। बीते कल ही धनौरा के विशावली गांव में तेज बुखार के चलते किसान प्रताप सिंह की तीन वर्षीय मासूम बेटी वंशिका ने दम तोड़ दिया।
गंगा नदी के ऊपर बने रेलवे पुल पर धीमी गति से गुजारी जा रही ट्रेनें उधर ब्रजघाट में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली-लखनऊ रेल लाइन पर बने रेलवे पुल पर आ जा रही ट्रेनों को भी धीमी गति से निकाला जा रहा है। बाढ़ खंड के जेई सुभाष चंद्र गहलोत का बोलना है कि प्रशासन बाढ़ ग्रस्त इलाकों में नजर बनाए हुए है।
बाढ़ खंड के जेई सुभाष चंद्र गहलोत ने कहा कि ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा रहा है। गांवों में स्वास्थ्य और पशु डॉक्टरों की टीम लगातार दौरा कर रही हैं। जिन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहां के लोगों को सावधान रहने को बोला गया है। जिला प्रशासन बाढ़ जैसे हालात को काबू करने में पूरी तरह से जुटा हुआ है।