उत्तर प्रदेश

श्री राज राजेश्वरी कैला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाने की है पुरानी परंपरा

फिरोजाबाद फिरोजाबाद के कोटला चुंगी चौराहे के पास श्री राज राजेश्वरी कैला देवी का 30 वर्ष पुराना मशहूर मंदिर है इस मंदिर में नवरात्रों में काफी पुरानी नेजा चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है यहां दर्शन के लिए उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त अन्य राज्यों से भी लोग आते हैं यहां एमपी, दिल्ली, राजस्थान समेत काफी दूर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं नवरात्रों में यहां बड़े मेले और रामलीला का भी आयोजन होता है वहीं मान्यता है कि यहां नौकरी, व्यापार और शिक्षा में कामयाबी हासिल होती है, जिसके कारण लोग यहां दर्शन के लिए जरूर आते हैं

मंदिर के पुजारी की माने तो यहां लगातार जलने वाली ज्योति राजस्थान के करौली धाम से लाई गई है यह मंदिर लोगों के लिए काफी चमत्कारिक है यहां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं यहां आने वाले भक्तों को जॉब व्यापार और शिक्षा में कामयाबी प्राप्ति होती है वहीं इस मंदिर में सुबह 4:00 बजे से लेकर 5:00 तक मंगला दर्शन और आरती होती है उसे बाद 6:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक मंदिर खुला रहता है और शाम को 3:00 बजे से लेकर 9:00 बजे तक दर्शन होते हैं नवरात्रों में यहां रोजाना आरती की जाती है वहीं मंदिर के सामने बने रामलीला ग्राउंड में रामलीला का भी आयोजन होता है जिसे देखने के लिए काफी दूर से लोग आते हैं

नेजा चढ़ाने की है पुरानी परंपरा
मंदिर के पुजारी ने कहा कि यहां नवरात्रों में हजारों की संख्या में भक्त नेजा यानी ध्वजा चढ़ाते हैं यहां भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति होने के बाद खुश होकर नाचते झूमते गाते बजाते नेजा चढ़ाने आते हैं नेजा एक ध्वज का स्वरूप है जिसे श्री राज राजश्री केला देवी मंदिर पर चढ़ाया जाता है जिसमें लोग बांस बल्ली के साथ झंडी और अन्य चीजे बांधकर बड़ी धूमधाम के साथ यहां नाचते हुए आते हैं इस मंदिर प्रांगण में नवरात्रों में हज़ारों की संख्या में भक्त नेजा चढ़ाते हैं

 

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