उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में रोडवेज की बसों का हाल हुआ बदहाल,रोडवेज की बस में शीशा नहीं

गोरखपुर में रोडवेज की बसों का हाल बदहाल हो गया है यहां आए दिन बसें रोड पर चलते-चलते ब्रेक-डाउन हो जाती हैं आलम यह कि एक समय में यात्रा के सबसे भरोसे मंद साथी रहे रोडवेज की बसों में यात्री बैठने से कतराने लगे हैं वजह, बीच यात्रा में कहीं यात्रा न करना पड़ जाए आए दिन देखने को मिलता है कि किसी रोडवेज की बस में शीशा नहीं है तो किसी की छत चू रही है वहीं कुछ बसें ऐसी भी हैं, जिसमें चलते-चलते टायर ही निकल जाता है डीजल पाइप फटना और मोबिल चूना तो आम बात है

2016 में राप्तीनगर डिपो को मिली थी 53 जनरथ बसें

ताजा मुद्दा देखने को मिला गोरखपुर के राप्तीनगर डिपो मे जहां मेंटेनेंस के अभाव में लाखों रुपये की जनरथ बसों को काटकर साधारण बस बनाया जा रहा है हैरत की बात यह है कि गोरखपुर रोडवेज अपनी साधारण बसों को मेंटेन कर सकता है लेकिन ऐसी बसों को नहीं जब सीएम सिटी का यह हाल है, तो बाकी प्रदेश के जिले में क्या हो रहा होगा समझा जा सकता है साल 2016 में राप्तीनगर डिपो को 53 जनरथ बसें मिली थी जो लखनऊ, दिल्ली, प्रयागराज और वाराणसी रुट पर चला करती थी दो-तीन वर्ष तक तो सभी बसें अपने नियत समय पर चली लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही घटिया मेंटेनेंस के चलते एक-एक कर सभी बसें कबाड़ हो गई

बंद होती चली गई ऐसी बस की सेवा

एक समय ऐसा था कि लखनऊ, दिल्ली, वाराणसी और प्रयागराज रूट पर सबसे अधिक राप्तीनगर डिपो की जनरथ बसें चला करती थी लेकिन मेंटेनेंस के अभाव में बसें इतनी जर्जर हालत में पहुंच गई, कि अब लखनऊ रुट पर 12 की स्थान 5, प्रयागराज रुट पर 12 की स्थान 3, वाराणसी रुट पर 14 की स्थान 4 और दिल्ली रूट पर चल रही 4 की स्थान शून्य बसों का संचालन हो रहा है

पूर्व एसएम के समय हुई सबसे अधिक लापरवाही
रोडवेज डिपो के कुछ कर्मचारियों ने नाम न छपने की शर्त पर कहा कि गोरखपुर रीजन में तैनात पूर्व सर्विस मैनेजर के समय राप्तीनगर डिपो की बसों को मेंटेनेंस के लिए सामान नहीं दिया जाता था टायर से लेकर नट-बोल्ट जैसे बेसिक पुर्जों के लिए महीनों बसें वर्कशॉप में खड़ी रहती थी जिससे बसों की AC पर बुरा असर पड़ा अब प्रशासन AC बनवाने की स्थान बसों को काटकर साधारण बनाना अधिक सरल समझता है

गोरखपुर डिपो में ट्रांसफर हुई बस, बंद हुई दिल्ली की सेवा
राप्तीनगर डिपो की दिल्ली रूट पर चलने वाली दोनों जनरथ बसों 0837 और 0839 को रोडवेज प्रशासन ने गोरखपुर डिपो में ट्रांसफर कर दिया जिससे गोरखपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली AC बस की सेवा बंद हो गई डिपो के कर्मचारियों का इल्जाम है कि गोरखपुर डिपो के एआरएम ने साजिस के अनुसार दोनों बसों को अपने डिपो में ट्रांसफर करा लिया जिससे राप्तीनगर डिपो का रूट पर दबाव कम हो जाए

गोरखपुर के रीजनल मैनेजर पीके तिवारी ने कहा कि राप्तीनगर डिपो में AC बसों का रख-रखाव और संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा था इसलिए बसों को दूसरे डिपो में ट्रांसफर किया जा रहा है जिन बसों के AC की मरम्मत नहीं हो पा रही है उन्हें काटकर साधारण बनाया जा रहा है अभी 10 और बसों को काटा जाएगा

 

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