शाहजहांपुर सेना के जमीन में झुग्गी झोपड़ियों पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, बेघर हुए परिवारों ने…
शाहजहांपुर में सेना की जमीन पर डाली गई झोपड़ियों पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। काफी समय से 15 से 20 परिवारों ने उस जमीन पर झोपड़ी डालकर गुजर-बसर करने लगे थे। इस बीच सेना के ऑफिसरों ने उस जमीन को खाली कराने के लिए पुलिस प्रशासन से संपर्क साधा। उसके बाद भारी पुलिस के साथ बुलडोजर को मौके पर ले जाया गया। उसके बाद झोपड़ियों को तोड़ने का काम प्रारम्भ किया गया।
बेघर होने वाले परिवारों विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नही सुनी। इस बीच एक स्त्री ने पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की भी प्रयास की थी। पीड़ित परिवारों ने आज प्रशासन से मिलकर प्रार्थना पत्र देकर परेशानी का निवारण कराने की मांग की है।
थाना सदर बाजार क्षेत्र के कैंट चौकी के पास सेना की जमीन है। उस जमीन पर कुछ लोगों ने जुग्गी झोपड़ी डालकर परिवार के साथ गुजर-बसर करने लगे। उसके बाद सेना को जमीन की आवश्यकता पड़ी तो, उनकी नजर इस जमीन पर गई। जमीन पर कब्जा होने के कारण सेना के ऑफिसरों ने पुलिस प्रशासन के साथ चर्चा कर उनकी सहायता मांगी।
प्रदर्शन करने के साथ-साथ मान मनौवल करने की भी कोशिश
पुलिस प्रशासन और सेना के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ बुलडोजर लेकर जमीन के पास पहुंच गए। उसके बाद बुलडोजर के झोपड़ी को गिराना प्रारम्भ कर दिया गया। उसमे रहने वाले परिवार बेघर होने से डरने लगे। उन्होंने प्रशासनिक अमले के सामने विरोध प्रदर्शन करने के साथ-साथ मान मनौवल करने की भी प्रयास की, लेकिन उसका भी कोई असर नही हुआ।
साथ स्वयं पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश
इस बीच एक स्त्री ने पुलिस प्रशासन के साथ स्वयं पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की प्रयास की, तब पुलिस ने उसको जैसे-तैसे रोका। शनिवार को पीड़ित 15 से 20 परिवारों ने एक प्रार्थना पत्र जिला प्रशासन को सौंपा। उन्होंने कहा कि, जीवन जीने के लिए उनके पास कोई सुविधा नही है। बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा। प्रशासन ने समस्याओं का निवारण कराने की मांग की है।
प्रशासन के ऑफिसरों ने उनकी झोपड़ियों को तोड़ दी
बेघर हुए परिवारों ने कहा कि, वह खाली जमीन पर अपना जीवन बसर करने के लिए रहने लगे थे। उनके पास जमीन भी नही है। अचानक प्रशासन के ऑफिसरों ने उनकी झोपड़ियों को तोड़ दिया। जिससे उनका आशियाना उजाड़ दिया गया। उन्होंने मांग की है कि, समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण कराया जाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि, समस्याओं का निवारण नही होने पर पीड़ित परिवार भूख स्ट्राइक करेंगे।