सैनिक स्कूल में 11वीं के छात्र ओम बुधौलिया की स्विमिंग पूल में डूबकर हुई मौत
मूलरूप से उरई निवासी मनोज कुमार सीआरपीएफ में एएसआई हैं। अयोध्या में तैनाती है। उनका बेटा ओम सैनिक विद्यालय से पढ़ाई कर रहा था। 8 सितंबर की शाम को विद्यालय से मनोज को सूचना मिली थी कि ओम की स्विमिंग पूल में डूबने से मृत्यु हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद परिजन मृतशरीर लेकर चले गए थे। तीन दिन पहले मनोज ने शहर आकर विद्यालय प्रशासन, पुलिस और मंडलायुक्त से वार्ता कर जानकारी ली, जिसके बाद शनिवार शाम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी। इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरि ने कहा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य, वार्डन, कोच, लाइफ गार्ड, शिक्षक और उत्तरदायी कर्मचारी पर गैर इरादतन मर्डर की धारा में केस दर्ज किया गया है।
डॉक्टर तक को नहीं दिखाया, बॉडी सील कर दी
तहरीर में मनोज ने गंभीर इल्जाम लगाए हैं। उनके मुताबिक, जब पूल से ओम को निकाला गया तो किसी हॉस्पिटल नहीं ले जाया गया। एक फार्मासिस्ट ने कह दिया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। उसी आधार पर बॉडी सील कर दी गई। आखिर ऐसा क्यों किया गया। जब इस बारे में उन्होंने प्रिंसिपल से पूछा तो उनका बोलना था कि बॉडी अकड़ गई थी। इसलिए ऐसा किया गया।
कई खामियों का जिक्र, सीधे मर्डर का आरोप
तहरीर में मनोज ने लिखा है कि स्विमिंग पूल में गहराई के मानक मापदंड को नहीं लिखा गया था। लाइफ जैकेट और खतरे के निशान का सांकेतिक बोर्ड भी नहीं लगा था। ट्रेनर का अनुपात विद्यार्थियों की अपेक्षा कम है। विद्यार्थी के कपड़े, जूते, चश्मा आदि चेंजिंग रूम में रखे थे। किसी ने नहीं देखा। न ही किसी ने विद्यार्थियों की गिनती की। यही नहीं, तहरीर में साफ लिखा है कि बेटे ओम की विद्यालय में ही मर्डर कर दी गई। आखिर में लिखा है कि स्विमिंग कोच बहुत जल्दबाजी में थे। लाइफ गार्ड उपस्थित थे, लेकिन किसी ने विद्यार्थी को नहीं निकाला। उसे पानी में डुबाए रखा।