गोंडा जिले में आयुक्त देवीपाटन मण्डल एम। पी। अग्रवाल ने विकास खण्ड झंझरी के कम्पोजिट विद्यालय हारीपुर का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) विनय मोहन वन एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे. निरीक्षण में प्राथमिक स्तर पर कुल नामांकित 170 बच्चों के सापेक्ष 51 बच्चे मौजूद थे एवं उच्च प्राथमिक स्तर में कुल नामांकित 150 बच्चों के सापेक्ष 51 बच्चे मौजूद थे. मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत दाल चावल बना था मौके पर बच्चे भोजन ग्रहण कर रहे थे तथा फल में केला एवं पैकेट के दूध का वितरण किया जाता है.
सबसे पहले किचन में पहुंचे आयुक्त
आयुक्त सबसे पहले किचन पहुंचे. वहां रसोइयों ने बताया गया कि भोजन गैस चूल्हे पर बनता है. कभी- कभी लकड़ी के चूल्हे पर भोजन बनाया जाता है. स्टोर रूम में कूड़ा- कबाड़, अग्निशामक यंत्र व लकड़ियां देखकर आयुक्त काफी नाराज हुए. विद्यालय में लगा सबमर्सिबल पम्प संचालित मिला लेकिन मल्टीपल हैण्डवॉश में बच्चों को हाथ धोने के लिए दो टोटी बंद मिलीं. इसे तत्काल प्रारम्भ कराने के आयुक्त ने आदेश दिए. शौचालय एवं मूत्रालय में ताला बन्द मिलने पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जाहिर की. कक्षा 5 के कक्ष का निरीक्षण करने पर पाया गया कि प्रेरणा तालिका में बच्चों की मैपिंग नहीं की गयी है.
स्कूल की खिड़की में लगी मिलीं ईंट
इसी कक्षा-कक्ष में चारपाई बिछी हुई थी, खिड़की में दरवाजे नहीं लगे है ईट रखी हुई हैं. कक्षा-कक्ष में ही खिड़की के पास झाडू, डस्टबिन, पोंछा रखा मिला. शिक्षामित्र मंजू देवी की शिक्षक डायरी के अवलोकन में पाया गया कि फ्लैग के सम्बन्ध में पढ़ाने का अंकन है परन्तु अंग्रेजी में फ्लैग गलत लिखा मिला.इस पर आयुक्त ने शिक्षामित्र मंजू देवी से फ्लैग की स्पेलिंग पूछी, जिसे शिक्षामित्र द्वारा गलत बताया गया. विद्यालय में कम्पोजिट ग्राण्ट अन्तर्गत 50 हजार रूपये प्राप्त हुए है जिसका व्यय कर लिया गया है व्यय के सम्बन्ध में आयुक्त द्वारा ई।प्र।अ। से पूछने पर बताया गया कि रंगाई – पुताई व अन्य कार्य किया गया है .परन्तु विद्यालय की स्थिति मुताबिक रंगाई-पुताई वर्तमान शैक्षिक सत्र में नहीं होना पाया गया