उत्तर प्रदेश

Ramadan 2024: ऐसे तैयार होती है “नवाबों के शहर” की खास किमामी सेवइयां

ईद की खुशी सेवइयों के बिना पूरी तरह से अधूरी है | बात करें लखनवी सेवइयों की तो इसका दीवाना पूरा राष्ट्र है यहां की किमामी सेवइयां यूपी के अतिरिक्त पश्चिम बंगाल, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और महाराष्ट्र के साथ ही कोलकाता तक भेजी जाती है इन राज्यों के लोगों नवाबों के शहर की सेवइयां को बहुत पसंद करते हैं

रमजान प्रारम्भ होने के पहले से ही लखनऊ की फैक्ट्रियों में सेवइयां बनाने का दौर प्रारम्भ हो चुका है इन दिनों 24 घंटे फैक्ट्रियों में सेवइयां बनाने का काम चल रहा है इसके अतिरिक्त इन्हें पैक करके बाजार भी भेजा जा रहा है

इसलिए खास है किमामी सेवइयां
लखनऊ में सेवई बनाने की करीब 60 फैक्ट्री है लखनऊ के एक बहुत प्रसिद्ध फैक्ट्री के मालिक उनैस ने कहा कि लखनवी सेवइयां किमामी ईद के लिए बहुत खास मानी जाती है यहां जैसी सेवइयां किसी भी दूसरे राज्यों में खाने के लिए नहीं मिलेगी इसलिए इनकी मांग सबसे अधिक होती है

इतना होता है डेली उत्पादन
उनैस ने कहा कि किमामी सेवइयां खाने में बहुत मुलायम होती हैं इसे कई दिनों तक रखा जाए तो भी खराब नहीं होती इन दिनों फैक्ट्री में 24-24 घंटे मजदूर काम कर रहे हैं, ताकि दूसरे राज्यों में ठीक समय से लखनवी सेवइयां पहुंच सके उन्होंने कहा कि लोग फैक्ट्रियों से संपर्क करके बड़ी संख्या में हर वर्ष सेवइयों‌‌ को बुक कराने आते हैं ताकि अपनों तक इसे पहुंचाया जा सके 15 से 20 क्विंटल सेवइयां रोज बनाई जा रही है उन्होंने कहा कि केवल दो दिन के अंदर ही 6 करोड़ से अधिक की सेवइयां लोग बुक करा चुके हैं

इस तरह तैयार होती हैं किमामी सेवइयां
उनैस ने कहा कि सबसे पहले मैदा लेते हैं उसे एक मशीन में डाल कर अच्छे से मिक्स किया जाता है | फिर दूसरी मशीन में जब मैदे को डाला जाता है तो मैदा सेवइयों के आकार में बनकर बाहर निकलता है फि इसे पतले-पतले डंडो पर 5 से 7 घंटे तक धूप में सुखाया जाता है सूख जाने के बाद इसे धीमी आंच पर भट्टी में रखा जाता है 8 घंटे बाद फिर बाहर निकालकर इसके ठंडे होने का प्रतीक्षा किया जाता है फिर इसे पेपर में लपेटकर पैक करके बाजारों में भेज दिया जाता है

लखनऊ में इतनी है कीमत
नवाबों के शहर लखनऊ में सेवइयों का सबसे बड़ा बाजार अमीनाबाद, रकाबगंज और नक्खास हैं यहां पर सेवइयों की मूल्य अभी 40 से 70 रूपए किलो है जबकि 2023 में ईद के समय मूल्य 30 रूपए से लेकर 40 रूपए किलो थी ईद आने तक इनकी कीमतों में और बढ़ोतरी होने की संभावनाएं यहां के व्यापारियों ने जताई है

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