लोकसभा चुनाव: कांग्रेस ने यूपी में कर दी इतने सीटों की डिमांड
लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ ही महीनों का समय शेष है। भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत अनेक विपक्षी दलों ने इण्डिया गठबंधन बनाया है, जिसमें अभी सीट शेयरिंग पर वार्ता चल रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने कुल 80 सीटों में से 20 सीटों की डिमांड की है। हालांकि, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी कांग्रेस पार्टी की इतनी सीटों की मांग से सहमत नहीं है और उसने इसे अनुचित करार दिया। कांग्रेस पार्टी और सपा की बुधवार को सीट शेयरिंग को लेकर अहम बैठक थी। समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि अभी आधा रास्ता तय हो गया है, जबकि आधा बाकी है। बैठक में कांग्रेस पार्टी और सपा ने इस बात पर सहमति जताई कि जिस पार्टी के जिस सीट को जीतने की क्षमता है, उसी आधार पर सीटों का बंटवारा होना चाहिए। हालांकि, कांग्रेस पार्टी के पास केवल अभी एक रायबरेली सीट ही है, जबकि अमेठी में 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने हरा दिया था।
‘इकनॉमिक टाइम्स’ ने बैठक में उपस्थित एक वरिष्ठ नेता के हवाले से कहा है कि बैठक में कांग्रेस पार्टी ने 20 सीटों की मांग की है। इन सीटों की लिस्ट पर भी चर्चा हुई। दोनों दल एक बार फिर से इसको लेकर चर्चा करेंगे। हालांकि, बीएसपी के साथ गठबंधन को लेकर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई। बता दें कि अपने जन्मदिन के मौके पर पिछले दिनों मायावती ने साफ कर दिया है कि बीएसपी आनें वाले लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने जा रही है और किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस पार्टी और सपा (सपा) के नेताओं ने बुधवार को यूपी में सीट बंटवारे पर जो वार्ता की, उसको लेकर कोई भी आखिरी निर्णय नहीं हो सका है। यह बैठक कांग्रेस पार्टी नेता मुकुल वासनिक के आवास पर हुई जो पार्टी की सीट-बंटवारा समिति के संयोजक भी हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश चर्चा का हिस्सा थे जबकि समाजवादी पार्टी की ओर से राम गोपाल यादव और जावेद अली खान उपस्थित थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”अंतिम फैसला होने तक हम संख्या (सीट-बंटवारे के संदर्भ में) पर कुछ भी नहीं बता सकते। हमने आज बहुत अच्छी चर्चा की और मुझे यूपी में बेहतर गठबंधन की आशा है।” उन्होंने कहा, ”हमने समाजवादी पार्टी के साथ वार्ता की और हमारा गठबंधन समाजवादी पार्टी के साथ होगा। हमने एक-दूसरे को विस्तार से सब कुछ समझाया और दूसरे पक्ष को भी समझा।” खुर्शीद ने बोला कि दोनों दलों ने एक-दूसरे के सामने अपनी ख़्वाहिश सूची रखी है और प्रत्येक सीट का विवरण साझा किया गया है। कांग्रेस पार्टी आनें वाले लोकसभा चुनावों के लिए विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे को लेकर विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन के कई दलों के साथ चर्चा कर रही है।
पिछले चुनाव में भाजपा ने कितनी सीटें जीती थीं?
साल 2014 के बाद से उत्तर प्रदेश में भाजपा मजबूत होती रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अखिलेश और मायावती ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसके बाद भी भाजपा ने 49.98 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। भाजपा को 62 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि दो सीटें उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने जीती थीं। मायावती की बीएसपी को दस सीटों पर जीत मिली थी और 19.43 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। वहीं, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी और 18.11 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। कांग्रेस पार्टी ने 6.36 प्रतिशत वोट हासिल करते हुए केवल एक रायबरेली की सीट ही जीत सकी थी। यहां तक कि राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए थे।