उत्तर प्रदेश की चर्चित अफसर ज्योति मौर्य के खिलाफ शुरू हुई जांच
उत्तर प्रदेश की बहुचर्चित पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के विरुद्ध बुधवार से जांच प्रारम्भ हो गई है। तीन सदस्यीय सदस्यीय जांच कमेटी के सामने आज ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य पेश हुए। हालांकि, उन्होंने आज जांच कमेटी के समक्ष अपना कोई बयान नहीं दर्ज कराया है, बल्कि जांच कमेटी के समक्ष हाजिर होकर आलोक मौर्य ने एक प्रार्थना पत्र दिया है। आलोक मौर्य ने जांच कमेटी को प्रार्थना पत्र देकर 20 दिनों की मोहलत मांगी है। आलोक मौर्य के प्रार्थना पत्र पर विचार करते हुए कमेटी के अध्यक्ष एडिश्नल कमिश्नर अमृतलाल बिंद ने 20 दिन की मोहलत दे दी है।
एडिश्नल कमिश्नर ने 28 अगस्त को फिर से जांच कमेटी के सामने आलोक मौर्य को पेश होने का आदेश दिया है। आलोक मौर्य ने आज जांच कमेटी के समक्ष कोई साक्ष्य या डॉक्यूमेंट्स भी प्रस्तुत नहीं किए हैं। वहीं, जांच कमेटी के समक्ष पेश होने के बाद बाहर निकले आलोक मौर्य ने भी बोला है कि उन्होंने प्रार्थना पत्र देकर समय की मांग की है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने पत्नी ज्योति मौर्या को लेकर किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया। आलोक मौर्य सीधे तौर पर ज्योति मौर्या पर कुछ भी कहने से बचते रहे।
जांच टीम के सामने अनौपचारिक रूप से पेश हुईं एसडीएम ज्योति मौर्य
गौरतलब है कि आलोक मौर्य ने अपनी एसडीएम पत्नी ज्योति मौर्य पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर इल्जाम लगाए हैं। जांच कमेटी के अध्यक्ष एडिश्नल कमिश्नर अमृतलाल बिंद के अनुसार आलोक मौर्य के बयान और साक्ष्यों के परीक्षण के बाद ही ज्योति मौर्य के बयान दर्ज किए जाएंगे। हालांकि, मंगलवार को ज्योति मौर्य भी प्रयागराज पहुंची थी और उन्होंने अनौपचारिक रूप से जांच कमेटी के अफसरों से मुलाकात की थी। उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को गलत कहा था। साथ ही बोला था कि 32 पन्ने की जो डायरी सौंपी गई है उसमें उनकी हैंडराइटिंग नहीं है।
जांच टीम ने प्रयागराज समेत अन्य स्थानों पर संपत्तियों का ब्यौरा मांगा
इस बीच जांच कमेटी ने ज्योति मौर्य को भी नोटिस जारी करके संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। उनकी प्रॉपर्टी, गाड़ी और खातों की जानकारी मांगी है। बता दें कि पति आलोक मौर्य के द्वारा करप्शन की कम्पलेन के बाद जांच कमेटी गठित की गई है। जांच टीम ने प्रयागराज समेत अन्य स्थानों पर संपत्तियों का नोटिस में ब्यौरा मांगा है। ज्योति मौर्या के नाम प्रयागराज के झलवा में एक मकान भी है। इस मकान के बारे में जानकारी पति आलोक मौर्य ने दी है। जांच टीम ने ज्योति मौर्य से भी जांच में योगदान करने को बोला गया है। शासन के निर्देश पर जांच कमेटी गठित की गई है।
जांच कमेटी के सदस्य ने लखनऊ के कुछ कार्यालयों से भी डॉक्यूमेंट्स जुटाए
गौरतलब है कि पीसीएस अधिकारी बनने के बाद करोड़ों की संपत्ति बनाने का ज्योति मौर्य पर इल्जाम है। आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति मौर्य पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से गैरकानूनी संबंध का इल्जाम लगाया है। ज्योति मौर्य ने धूमनगंज पुलिस स्टेशन में दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है। आलोक मौर्य ने कम्पलेन करने के दौरान पद के दुरुपयोग और करप्शन की कम्पलेन की थी। उन्होंने कम्पलेन के साथ ही 32 पन्ने की एक डायरी सौंपी थी। डायरी में लाखों के लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है। जांच कमेटी के सदस्य ने लखनऊ के कुछ कार्यालयों से भी डॉक्यूमेंट्स जुटाए हैं।
जांच में गुनेहगार पाए जाने पर एसडीएम ज्योति मौर्य की हो सकती है बर्खास्तगी
बताया जा रहा है कि जांच में गुनेहगार पाए जाने पर ज्योति मौर्य की बर्खास्तगी भी हो सकती है। हालांकि जांच कमेटी की संस्तुति के बाद शासन ही बर्खास्तगी कर सकता है। शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर प्रशासन अमृतलाल बिंद को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जयजीत कौर इस कमेटी की सदस्य हैं।
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