उत्तर प्रदेश

IAS बनने के लिए छोड़ दिया था दोस्तों का साथ, रंग लाया कठिन परिश्रम

  बांदा: दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं पहले वे लोग जो सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं ऐसे लोगों के सपने जरूर पूरे होते हैं ऐसा की कुछ कर दिखाया है बांदा जिले की रहने वाली फरहीन जाहिद ने, दरअसल फरहीन ने यूपीएससी की परीक्षा में 241 रैंक हासिल कर अपने परिवार के साथ – साथ जिले का नाम भी रोशन किया है यूपीएससी का परिणाम आने के बाद फरहीन जाहिद के घर के साथ बांदा में खुशी की लहर है

आप को बता दें फरहीन बांदा जिले के छावनी मोहल्ले की रिटायर ट्रेजरी ऑफिसर की बेटी है उल्लेखनीय है कि फरहीन ने 2022 में उत्तर प्रदेश पीसीएस में 14वीं रैंक हासिल की थी लेकिन उनका यात्रा वही नही रुका वह अपने जीवन में और आगे बढ़ना चाहती थी,जिसके बाद उन्होंने दिन रात मेहनत और पढ़ाई कर यूपीएससी की परीक्षा पास की बता दें उनकी प्रारंभिक शिक्षा बांदा जिले में हुई थी 2016 के बाद वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई थी पिता ने कहा कि बेटी की सफलता पर अच्छा लग रहा है उनके घर पर शुभकामना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है

रंग लाया मुश्किल परिश्रम
फरहीन के पिता जाहिद अली ने जानकारी देते हुए कहा कि वह ट्रेजरी ऑफिसर रहे है और 2012 में वो रिटायर हो गए थे हमारी बेटी ने बहुत मेहनत किया है इस कामयाबी के लिए उसने सारे त्योहार और दोस्तों को त्याग दिया था फरहीन का एक सपना था की उसको यूपीएससी की परीक्षा पास कर के एक बड़ा अधिकारी बनना है फरहीन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट मैरी विद्यालय से की थी वहीं बीटेक एशिया आईटी में 2016 में पास किया 2016 के बाद वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई थी

फरहीन जाहिद का सफर
बता दें फरहीन ने 2017 में रेजीडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया दिल्ली में प्रवेश लिया और पढ़ाई प्रारम्भ की फरहीन ने 2022 में उत्तर प्रदेश पीसीएस में 14वीं रैंक हासिल की थी और सीतापुर में उनकी ट्रेनिंग चल रही थी इसके बाद उन्होंने 2023 में यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमे उन्होंने 241वीं रैंक हासिल कर बांदा का नाम रोशन किया है पिता ने कहा की बेटी की सफलता पर अच्छा लग रहा है उनके घर पर शुभकामना देने के लिए लोग या रहे हैं

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