कानपुर में नीलेंद्र तिवारी का मंगलवार को सिद्धनाथ घाट पर आखिरी संस्कार हुआ। इकलौते बेटे को मुखाग्नि देते समय पिता जितेंद्र की आंखें छलक पड़ीं। घाट पहुंचे संबंधियों ने कहा कि मां निधि और बहन राधिका का रो-रोकर बुरा हाल है। सोमवार रात करीब डेढ़ बजे मां निधि की तबीयत बिगड़ गई।
स्थिति यह हो गई कि उन्हें पास के एक हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें घर भेजा गया। उधर, बहन राधिका से जो भी मिला, वह उसके प्रश्न का उत्तर नहीं दे सका। उसे ढांढस बंधाने वालों से वह केवल इतना ही पूछती रही कि अब वह किसे राखी बांधेगी।
उसे संभालने वाले सम्बन्धी भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे हैं। बार-बार यह कहकर समझा रहे हैं कि तुम तो अच्छी बच्ची हो, तुम यदि टूट गईं तो मां को कौन संभालेगा। बता दें कि नीलेंद्र की मृत्यु की समाचार घर पहुंची तो कोहराम मच गया। इकलौते भाई की मृत्यु से बहन राधिका ने अपना आपा खो दिया।
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बहन बोली थी- लाओ चाकू, मैं भी काट डालूंगी उसे
बोली, लाओ चाकू, हम भी काट डालेंगे उसे। उसे संभालने की प्रयास कर रही बुआ की बेटियों ने भी बोला कि चलो हम भी चलते हैं। एक सम्बन्धी ने उसे संभालने का कोशिश किया तो बोली, चाची, अब रक्षाबंधन पर किसको राखी बांधूंगी। उसके इस प्रश्न से वहां उपस्थित सभी लोगों की आंखें नम हो गईं।
गले पर किए थे कई वार
स्कूल की कलास में ही एक विद्यार्थी ने अपने सहपाठी की मर्डर कर दी। सोमवार को विद्यार्थियों से भरी कक्षा में साथी को चाकू से गोदकर मार डाला। आरोपी विद्यार्थी ने सभी वार गले पर किए, ताकि बचने की कोई गुंजाइश न रहे। चाकू से वार करते समय वह चिल्ला रहा था, मुझे मार के अधिक उड़ रहा था न…ले, अब मार के दिखा।
चार दिन पहले भी हुई थी लड़ाई
घटना बिधनू थाना क्षेत्र की गंगापुर कॉलोनी के प्रयाग विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की है।कहा जा रहा है कि दसवीं के इन विद्यार्थियों के बीच एक लड़की से दोस्ती को लेकर झगड़ा चल रहा था। इन दोनों विद्यार्थियों के बीच झगड़ा पुराना था। चार दिन पहले भी दोनों में लड़ाई हुई थी। सोमवार को भी इंटरवल से पहले दोनों में झगड़ा हुआ।
अन्य विद्यार्थियों ने झपटकर हमलावर विद्यार्थी को पकड़ा
आरोपी विद्यार्थी पूरी तैयारी के साथ आया था। उसने बैग से छुपाकर लाए गए सब्जी काटने वाले चाकू से नीलेंद्र तिवारी पर की गर्दन पर अंधाधुन्ध वार करने प्रारम्भ कर दिए। क्लास में उपस्थित अन्य विद्यार्थी चीखे-चिल्लाए और झपटकर हमलावर विद्यार्थी को पकड़कर चाकू छीन लिया।विद्यार्थियों का बोलना था कि हमलावर विद्यार्थी पर सनक सवार थी।