किसान अब बेमौसम फल और सब्जियों का उत्पादन कर सकेंगे
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में किसान अब बेमौसम फल और सब्जियों का उत्पादन कर सकेंगे। इसके लिए यहां अत्याधुनिक वैज्ञानिक तकनीक के आधार पर एडवांस नर्सरी को तैयार किया गया है। इस नर्सरी में बीजों से पौध को तैयार किया जाएगा और उस पौध को किसानों को फल और सब्जियों की पैदावार के लिए दिया जाएगा। इसके लिए मूल्य के रूप में किसानों से मात्र एक रुपया प्रत्येक पौधे का लिया जाएगा।
हापुड़ में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रिंसिपल डाक्टर अरविंद कुमार यादव ने कहा कि जिले में एक बड़ी नर्सरी तैयार की जा रही है। इस नर्सरी में फल और सब्जियों की पौध बीजों से तैयार की जाएगी। पौध को तैयार करने के लिए तापमान पौध के अनुकूल रहे, इसके लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। एडवांस नर्सरी में तैयार पौध में बीमारियां कम लगेंगी, जबकि किसानों को अच्छी पैदावार होगी।
सब्जियों की पौध तैयार की जा रही
साथ ही किसान बेमौसम फल और सब्जियों का उत्पादन सरलता से कर सकेंगे। किसानों को उन्नत प्रजाति की पौध दी जाए, इसके लिए पौध जानकारों की भी तैनाती की जाएगी। यहां नर्सरी को नेट रूफ कवरेज दिया गया है। अंदर पौध उत्पादन के लिए प्लेटफार्म बनाए गए हैं। पौध को फव्वारा विधि से पानी दिया जाएगा। साथ ही आवश्यकता के मुताबिक जैव उर्वरक, कार्बनिक तत्व, जैव कीटनाशक और जैव फफूंदनाशक दिए जा सकेंगे।
किसानों को इस नर्सरी से मिलेगा लाभ
डॉ। अरविंद कुमार यादव ने कहा कि किसान फल और सब्जियों की पैदावार में रूचि कम दिखाते हैं। यही वजह है कि सरकारी एडवांस नर्सरी में ऑफ सीजन करीब पांच लाख पौध को एक साथ तैयार किये जाने के बाद उन्हें किसानों को कम मूल्य पर मौजूद कराई जा सकेगी। जिससे किसान रूचि लेकर फल और सब्जियों की अधिक पैदावार कर सकें। उन्होंने कहा कि हापुड़ जिले में दो अत्याधुनिक नर्सरियां तैयार की गई हैं। एक नर्सरी को तैयार करने में करीब 45 लाख रुपये की लागत आती है। किसानों को इस नर्सरी का फायदा मिले, इसके लिए यहां नर्सरी में बेमौसम फल और सब्जियों की पौध तैयार की जा रही है।