पश्चिमांचल में हर महीने करीब 107 करोड़ की हो रही है बिजली चोरी
Action against electricity thieves: पश्चिमांचल में बिजली चोर पावर कारपोरेशन अफसरों के लिए चुनौती बने हुए है. खुले तारों के जगह पर एबीसी (एरियल बंच कंडक्टर) केबल बिछाकर शहर से गांवों तक भले ही बिजली चोरी और लाइन लॉस पर कुछ रोक लगाया, लेकिन बिजली चोरों ने एबी केबल और स्मार्ट मीटरों में भी बिजली चोरी का रास्ता निकाल लिया.
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का दावा है कि पश्चिमांचल में हर महीने करीब 107 करोड़ की बिजली चोरी हो रही है. अब ऊर्जा मंत्री के बिजली चोरी रोकने के निर्देशों के बाद एक बार फिर पश्चिमांचल पर बिजली चोरों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली.
पीवीवीवीएनएल अफसरों ने पश्चिमांचल के प्रत्येक डिवीजन में तीन-तीन हाईलॉस फीडरों को चिहिन्त किया है. मेरठ में इन चिहिन्त फीडरों में सर्वाधिक फीडर 50 प्रतिशत से भी अधिक लाइन लॉस वाले शामिल किए गए है. सर्वाधिक बिजली चोरी और लाइन लॉस वाले फीडरों पर विजीलेंस टीमें संबंधित बिजलीघर के जेई को साथ लेकर छापेमारी करके बिजली चोरों पर कार्रवाई करेंगी और शिकंजा कसेगी. मेरठ के साथ ही बुलंदशहर, बिजनौर, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल में भी कई फीडर हाईलॉस वाले है. उधर, मेरठ जोन द्वितीय (मेरठ और बागपत जिलों) में 50 प्रतिशत से अधिक लाइन लॉस वाले प्रत्येक खंड के तीन-तीन फीडरों को चिहिन्त किया गया है. विजीलेंस टीमों को साफ निर्देश दिए है कि वह जेई को लेकर चिहिन्त फीडरों पर भी चेकिंग और कार्रवाई करें. वहीं, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के भीतर 14 जिलों में छापेमारी की कार्रवाई कर पहले वित्तीय साल में पश्चिमांचल में 31,911 बिजली चोरी के मुद्दे पकड़े गए थे.
बिजली चोरों पर कराई जा रही कार्रवाई
मेरठ जोन द्वितीय के मुख्य अभियंता सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि बिजली चोरी की रोकथाम के लिए मेरठ जोन द्वितीय में विजीलेंस के जरिए 50 प्रतिशत से अधिक लाइन लॉस वाले फीडरों पर चेकिंग कर कार्रवाई प्रारम्भ कराई है. जोन में प्रत्येक खंड के तीन-तीन फीडरों, कुल 30 फीडरों को चिहिन्त करके छापेमारी की कार्यवाही की जा रही है. अभियान जारी रहेगा. विद्युत चोरी करने वालों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी.
पश्चिमांचल में हर महीने 107 करोड़ की बिजली चोरी
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बोला कि पश्चिमांचल में सालभर में करीब 1294 करोड़ की बिजली चोरी हो जाती है. औसत हर महीने पश्चिमांचल में करीब 107 करोड़ की बिजली चोरी हो रही है. कुछ अफसरों और कंज़्यूमरों के बीच साठगांठ के चलते बिजली चोरी हो रही है. पीवीवीएनएल प्रबंधन बिजली चोरी करने और कराने वालों पर कठोरता और कार्रवाई करें. तभी बिजली चोरी रूक पाएंगी.