उत्तर प्रदेश

नए साल में कोरोना के नए वेरिएंट का बढ़ा खतरा, इन नियमों का करना होगा पालन

गोरखपुर में भी गाइडलाइन जारी होने के बाद अब कोविड के नए नियमों का पालन करना होगा जिसे लेकर गोरखपुर जिला हॉस्पिटल के CMO ने सभी प्राइवेट अस्पतालों को निर्देशित किया है दरअसल, क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बाद इस बात से प्रशासन को सचेत होना होगा कि, कोविड के नए वेरिएंट मिलने के बाद लोगो की जांच भी की जाएगी खास करके जिला हॉस्पिटल और प्राइवेट अस्पतालों को निर्देशित किया गया है जिसमें सांस से संबंधित रोगी और इफ्लूएंजा रोगियों की कोविड जांच कराई जाएगी न्यू ईयर और क्रिसमस के सेलिब्रेशन में हुई गैदरिंग के बाद अस्पतालों में सांस से संबंधित रोगियों की खास करके कोविड जांच करनी होगी और गाइडलाइन का पालन करना होगा

जारी हुई गाइडलाइन

गाइडलाइंस जारी होने के बाद सीएमओ और अफसरों की भी तरफ से बोला जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों को भी गाइडलाइन बता दिया गया है जिसमें खांसी, जुकाम, बुखार और खास करके सांस से संबंधित रोगियों की  कोविड जांच की जायेगी यह नियम नयी गाइडलाइन के जरिए बताए गए हैं वहीं हॉस्पिटल में यदि सांस से संबंधित कोई रोगी आता है तो उसे आइसोलेशन में रखकर उसकी कोविड जांच की जाएगी जब तक रिपोर्ट नहीं आती तब तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा वहीं जांचों की संख्या क्रिसमस वह न्यू ईयर के बाद बढ़ा दी जाएगी क्योंकि भीड़ भाड़ वाले स्थान पर इंफेक्शन स्प्रेड होने की संभावना बढ़ जाती है

RTPCR से की जाएगी जांच

जिला हॉस्पिटल और प्राइवेट अस्पतालों में खांसी, जुखाम, बुखार और सांस से संबंधित आए रोगियों की कोविड जांच की जाएगी वहीं जिला हॉस्पिटल के CMO आशुतोष दुबे ने कहा कि ऊपर से आए गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है  प्राइवेट अस्पतालों को भी कराया जा रहा है हालांकि अभी जिले में किसी भी कोविड पेशेंट की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन खांसी, जुकाम, बुखार  वाले रोगियों की कोविड जांच की जाएगी वहीं खासकर हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले इफ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) यानी इफ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले रोगियों का, RTPCR जांच भी कराया जाएगा साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी इस दिशा-निर्देश के जरिए काम करना होगा

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