मेरठ में भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी के लिए AAP-का प्रदर्शन: बोले…
मेरठ में बलात्कार और पॉक्सो मुद्दे में आरोपी बीजेपी नेता अरविंद मारवाड़ी और राज्य मंत्री संजीव गोयल सिक्का की गिरफ्तारी नहीं होने पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई। उन्होंने कमिश्नरी चौराहे से लेकर डीएम कार्यालय तक पैदल मार्च किया। इसके बाद कार्यकर्ता एसएसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने जिला प्रशासन और मेरठ पुलिस पर सत्ताधारी नेताओं के दबाव में काम करने का इल्जाम लगाते हुए बवाल किया। हालांकि प्रशासनिक ऑफिसरों ने आश्वासन देकर कार्यकर्ताओं को शांत करा दिया।
आप जिला अध्यक्ष रोक चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता कमिश्नरी पार्क में एकत्र हुए। उन्होंने हाथों में काली पट्टी बांधकर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद कार्यकर्ता जिलाधिकारी और एसएसपी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन दिया। बोला की बेटी के साथ हुए अन्याय और अत्याचार पर समाचार पत्रों ने प्रमुखता से समाचार की, बावजूद प्रकरण में अभी तक दोनों बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। जबकि मुद्दा साफ साफ है। अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता अश्लील वीडियो प्रकरण और सामूहिक बलात्कार काण्ड में स्पेशल न्यायधीश पॉक्सो अधिनियम को दौराला पुलिस की और से मुकदमे में कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी गई है। विवेचक इंस्पेक्टर क्राइम सत्येंद्र कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद मारवाड़ी को गैंग रेप, पॉक्सो और आईटी एक्ट का आरोपी बनाया गया हैं। जबकि संजीव गोयल सिक्का छेड़छाड़ पॉक्सो एक्ट और आईटी एक्ट के आरोपी बनाए गए हैं। दोनों की ही तलाश पुलिस कर रही है।
आप कार्यकर्ताओं ने डीएम को दिया ज्ञापन।
दोनों कोई आम आदमी नहीं
इस मुकदमे में 27 मई को किशोरी के किडनैपिंग का केस दर्ज हुआ था। 14 जून को किशोरी को गंगानगर के एक होटल से बरामद किया गया था। 21 जून को अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता को देहरादून से अरैस्ट किया गया था। 26 जुलाई को रमेश चंद्र गुप्ता के विरुद्ध इल्जाम पत्र न्यायालय में दाखिल किए गए तथा 26 जुलाई को ही अरविंद गुप्ता मारवाड़ी का न्यायालय से वारंट लिया गया। इतना सब होने के बावजूद भी आज तक यह दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। संजीव गोयल सिक्का को प्रदेश गवर्नमेंट में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है। अरविंद गुप्ता मारवाड़ी बीजेपी महानगर महामंत्री हैं, यह दोनों कोई आम आदमी नहीं हैं। इन्होंने अपनी सियासी पहुंच का लाभ उठाते हुए यह क्राइम किया।