उत्तर प्रदेश
हिन्दू नाबालिग लड़की को बंधक बनाकर दो महीने तक युवक करता रहा रेप, नमाज़ पढ़वाया और माँस भी खिलाया…
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक सनसनीखेज मुद्दा प्रकाश में आया है। कानपुर में एक मुसलमान पुरुष 14 वर्षीय हिन्दू नाबालिग को बंधक बनाकर दो महीने तक बलात्कार करता रहा। नाबालिग पीड़िता का इल्जाम है कि उसे जबरन मांस खिलाया गया और नमाज पढ़ने के लिए विवश किया गया तथा विरोध करने पर उसके कपड़े उतारकर उसकी पिटाई की जाती थी।
पीड़िता ने कई बार भागने का कोशिश किया लेकिन लड़के के घर वालों द्वारा उसे पकड़ लिया जाता था। इस करतूत में आरोपी का पूरा परिवार भी शामिल था। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने पीड़िता को मुक्त कराया है। वहीं, चकेरी पुलिस ने पीड़िता के पिता की तहरीर पर FIR दर्ज करके मुद्दे की जांच प्रारम्भ कर दी है।
बताते चलें की चकेरी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक प्राइवेट कर्मी की 14 वर्षीय बेटी पिछले दो महीने से लापता थी। नाबालिग लड़की की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए तीन महीने पहले एक मुसलमान पुरुष से दोस्ती हुई थी। आरोपी पुरुष कानपुर के कैंट स्थित मैकुपुरवा का रहने वाला है।
इल्जाम है कि पुरुष नाबालिग का ब्रेनवॉश कर अपने साथ ले गया था। विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष आनंद सिंह ने कहा कि मैकुपुरवा में रहने वाली दुर्गा वाहिनी की कार्यकर्ता ने कहा कि एक समुदाय विशेष का पुरुष किसी नाबालिग लड़की को लेकर आया है तथा उसकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही है।
पीड़िता ने कहा उसके साथ गुजरे सारे घटनाक्रम
इस सूचना के आधार पर गुरूवार देर शाम वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ पुरुष के घर पहुंचे। घर के अंदर नाबालिग बच्ची थी, इस दौरान आरोपी पुरुष और उसके परिजन फरार हो गए। जब नाबालिग से बात की गई, तो उसने पहले पुरुष का पक्ष लिया। अपने माता-पिता को मृत कहा लेकिन नाबालिग को भरोसे में लेकर बात की गई, तो वो रोने लगी।
पीड़िता ने लगाए ये सनसनीखेज आरोप
पीड़िता ने कहा कि मुझे जबरन मांस खिलाया जाता है और कहा जाता था कि मांस खाने से तुम हिंदू से मुसलमान हो जाओगी और तुम्हारा विवाह करा दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रतिदिन नमाज पढ़ने के लिए विवश किया जाता है। विरोध करने पर पिटाई करते थे। पीडिता ने कहा की आरोपी एक दिन मौलाना को लेकर आया था और वो लोग मेरा 30 दिसंबर को विवाह कराने वाले थे।
कानपुर पुलिस ने दर्ज की FIR
ADCP लाखन सिंह ने मीडिया को कहा कि शुक्रवार को एक आदमी ने चकेरी पुलिस स्टेशन में आकर सूचना दी कि उसकी बेटी वापस आ गई है। नाबालिग 22 अक्टूबर 2023 को कहीं चली गई थी। वापस लौटने पर परिजनों ने जब बेटी से पूछताछ की तो उसने कहा कि एक मुसलमान पुरुष उसको अपना वास्तविक नाम और धर्म छुपाकर दोस्ती किया और अपने साथ जानें पर विवश कर दिया। उल्लेखनीय है की पिता की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी मुसलमान पुरुष को अरेस्ट कर पूछताछ की जा रही है।