8 साल की बच्ची से अमानवीयता करने वाले दंपति हुए अरेस्ट

8 साल की बच्ची से अमानवीयता करने वाले दंपति हुए अरेस्ट

प्रयागराज के शिक्षक दंपत्ति अरुण कुमार सिन्हा और अंजना सिन्हा को पुलिस ने अरैस्ट कर लिया है. दोनों पर आठ वर्ष की बच्ची को गोद लेने के बाद अमानवीय एवं हैवानियत भरे कृत्य करने का आरोप है. पुलिस ने मिलिट्री विद्यालय के शिक्षक और उसकी पत्नी के विरूद्ध यौन हिंसा समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.

प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर सन साइन अपार्टमेंट के ब्लाक सी में फ्लैट नंबर 102 में वर्ष भर से रहने वाले अरुण कुमार सिन्हा मिलिट्री विद्यालय में शिक्षक हैं. उसकी पत्नी सोशल वर्कर है. 4 महीने पहले अंजना सिन्हा और अरुण अपने साथ एक 8 वर्ष की बच्ची को लेकर आए. आसपास के लोगों को बताया कि या उनके दिल्ली में रहने वाले मामा की बेटी है. उसको उन्होंने गोद लिया है.

निसंतान दंपत्ति ने उस बच्ची को अपनी दत्तक पुत्री के रूप में लोगों को परिचित कराया. फ्लैट के अंदर क्या होता था, आस-पड़ोस के लोगों को तो कुछ नहीं पता एल. लेकिन जब कल बच्ची को कैंटोनमेंट बोर्ड में स्थित हॉस्पिटल में ले जाया गया तो सच्चाई सामने आई.

बच्ची के हाथ से पैरों तक की चमड़ी उधड़ी है, ये जख्म उसके साथ हुई बर्बरता को बयां कर रहे हैं<span class='red'>.</span>

बच्ची के हाथ से पैरों तक की चमड़ी उधड़ी है, ये जख्म उसके साथ हुई बर्बरता को बयां कर रहे हैं.

कमर तक की चमड़ी उधड़ी मिली

8 वर्ष की मासूम बच्ची के साथ शिक्षक दंपति ने ऐसे कृत्य किये जिसे सुनने से लोगों के रोए खड़े हो जाते हैं. उसके दोनों पैर पीठ और हाथ, कमर की उधड़ी चमड़ी साफ तौर पर बयां कर रही थी कि उसके शरीर को जलाया गया है सूजे हुए गाल पेट पर चोट के निशान वीभत्सता की कहानी बयां कर रहे थे.

डॉक्टरों के मुताबिक, 8 वर्ष की मासूम बच्ची के प्राइवेट पार्ट में लोहे और लकड़ी डाली गई.इससे ब्लीडिंग हो रही थी. जब डॉक्टरों ने उसके कपड़े हटाया तो खून का रिसाव दिख गया बस यहीं से डॉक्टरों को संदेह हुआ और कैंटोंमेंट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने आला ऑफिसरों को सूचित किया.