ऐतिहासिक मंदिर में पुजारी को डराने और धमकाने का मामला आया सामने

महोबा में प्राचीन चंदेलकालीन मां छोटी चन्द्रिका मंदिर को कब्जाने की नियत से कुछ लोगों द्वारा संस्था बनाकर मंदिर के पुजारी को डराने और धमकाने का मामला सामने आया है. पीड़ित पुजारी ने शुक्रवार को मंदिर के सेवादारों के साथ पूरे मुद्दे की कम्पलेन एसडीएम सदर से करते हुए न्याय की गुहार लगाई है. वहीं आरोप लगाया है कि मंदिर पर जबरन अतिक्रमण करने की नियत से दबंगों द्वारा दलित सेवादारों को मंदिर में काम करने से ही नहीं, बल्कि पूजा करने से भी रोका जा रहा है. जिसको लेकर लोगों में खासी नाराजगी हो रही है.
दरअसल, महोबा मुख्यालय में स्थित प्राचीन पौराणिक महत्व के चंदेल कालीन मां छोटी चंद्रिका मंदिर के प्रधान पुजारी दिनेश कुमार पांडेय ने मंदिर के सेवादारों के साथ निवारण दिवस में पहुंचकर दबंगों द्वारा मंदिर को हथियाने की नियत से धमकाने और आए दिन टकराव किए जाने की कम्पलेन उप जिलाधिकारी से की है. एसडीएम की चौखट पर पहुंचे मंदिर के मुख्य पुजारी दिनेश पांडेय बताते हैं कि 35 सालों से इस मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं. मां छोटी चन्द्रिका मंदिर से महोबा ही नहीं बल्कि बुंदेलखंड के लाखों लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं.
कई वर्षों से मंदिर में पुजारी कर रहे पूजा
मंदिर के पुजारी की मानें तो वह मंदिर में रहकर सालों से पूजा-अर्चना कर रहे हैं और आज भी यह परंपरा उनके द्वारा निभाई जा रही है. मगर आरोप है कि मंदिर को हथियाने की नियत के कुछ अराजक तत्वों द्वारा एक संस्था बनाकर गैर कानूनी रूप से मंदिर को कब्जाने की प्रयास कर रहे हैं. जिसके लिए उन्हें भी डराया और धमकाया जा रहा है. मंदिर के पुजारी ने संस्था को फर्जी बताते हुए उप जिलाधिकारी से पूरे मुद्दे में न्याय की गुहार लगाई है. यहीं नहीं, मंदिर के पुजारी का आरोप है कि मंदिर में सालों से सफाई और आरती सेवा करने वाले दलित सेवादारों को मंदिर में आने से रोका जा रहा है.
दबंगों ने दलित सेवादारों को गर्भ गृह में जाने से रोका
दलित सेवादारों के मंदिर के गर्भ ग्रह में जाने पर दबंगों ने रोक तक लगा दी है. जिसके चलते सेवादार भी काफी हताश हैं. आरोप है कि मंदिर के गर्भ गृह में दलित सेवादारों को काम करने से मना किया गया है. मंदिर के पुजारी ने एसडीएम को दिए प्रार्थना पत्र में हो रहे उत्पीड़न, गैर कानूनी कब्जे को रोके जाने की मांग की है. वहीं मंदिर में काम करने वाला दलित सेवादार मोहनलाल बताता है कि वह सालों से मंदिर में साफ़-सफाई और सेवा कर रहा है लेकिन कुछ दबंग उसे गाली देकर वहां से भगा रहे हैं और मारने की धमकियां दलित सेवादारों को मिल रही हैं.
उसका आरोप है कि छोटी जाति का होने के चलते उनके साथ ऐसा किया जा रहा है जबकि हम मंदिर में रहकर सेवा का काम करते चले आ रहे हैं और पूजा करने से भी अब रोका जा रहा है.इस पूरे मुद्दे को लेकर उप जिलाधिकारी सदर जितेंद्र कुमार बताते हैं कि छोटी मां चंद्रिका मंदिर के पुजारी ने कम्पलेन की है कि एक कमेटी बनाकर कुछ तथाकथित मंदिर पर अतिक्रमण करना चाहते हैं. इसकी जांच नायब तहसीलदार को सौंप दी गई है इसमें अभिलेख और कमेटी की सत्यता की जांच की जाएगी.
वहीं एसडीएम ने बोला कि मंदिर में जाने से किसी को नहीं रोका जा रहा केवल सेवादारों के साथ गाली गलौज और धमकी का मामला सामने आया है. उसकी भी जांच कराई जा रही है. पूरे मुद्दे की निष्पक्ष जांच करा कर आगे की कार्यवाही की जाएगी.