उत्तर प्रदेश

लघु शोध प्रबंध जमा कराने गई छात्रा के साथ छेड़छाड़, शिक्षक पर लगाया आरोप

Molestation of student: डॉ भीमराव आंबेडकर विवि की एमएसडब्ल्यू की छात्रा ने शिक्षक पर अध्ययन व्यवस्था जमा करने के दौरान छेड़छाड़ करने और आपत्तिजनक व्यवहार करने के इल्जाम लगाए. इसके बाद साथी विद्यार्थियों ने शुक्रवार को विवि के पालीवाल पार्क परिसर स्थित समाज विज्ञान संस्थान और फिर खंदारी परिसर स्थित कुलपति आवास पर प्रदर्शन किया. विद्यार्थियों ने कुलपति आवास पर शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की. वहीं छात्रा की ओर से हरीपर्वत पुलिस स्टेशन में तहरीर दी गयी है.

मामला एमसडब्ल्यू विभाग से जुड़ा हुआ है. मास्टर ऑफ सोशल वर्क आखिरी सेमेस्टर की छात्रा का इल्जाम था कि वह शुक्रवार को दोपहर लगभग एक बजे शिक्षक डाक्टर राजीव वर्मा के पास अपना लघु अध्ययन व्यवस्था जमा करने गयी. समाज विज्ञान संस्थान स्थित कार्यालय में उन्होंने बोला कि अभी रुको, कुछ महत्वपूर्ण काम कर रहा हूं. इसके बाद मैं कार्यालय के बाहर प्रतीक्षा करने लगी. काफी देर तक उन्होंने नहीं बुलाया, तो मैंने फिर से पूछा. इस पर उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया, उस समय कार्यालय में कोई और उपस्थित नहीं था. इसी दौरान उन्होंने मुझसे छेड़छाड़ की. विरोध करने पर जीवन बर्बाद करने की धमकी दी और वहां से चले गए.

कार्यालय से बाहर आकर डाक्टर राजीव वर्मा की हरकत अपने साथियों को बतायी. साथी विद्यार्थियों का बोलना था कि घटना की जानकारी होने पर इसकी कम्पलेन निदेशक प्रो मो अरशद से की गयी. इसके बाद विद्यार्थियों ने संस्थान में बवाल किया और वहां से कुलपति आवास, खंदारी परिसर में पहुंच गए. घटना की जानकारी होने पर छात्रा के परिजन भी वहां पहुंच गए. इसके बाद कुलपति आवास पर कुलपति प्रो आशु रानी ने छात्रा से बात की. काफी देर तक वार्ता के बाद विद्यार्थी बाहर आ गए और विवि अधिकारियों, जिम्मेदारों पर छात्रा का साथ न देने का इल्जाम लगाते हुए बवाल किया. इसके बाद छात्रा ने परिजनों के साथ हरीपर्वत पुलिस स्टेशन में डाक्टर राजीव वर्मा के विरुद्ध तहरीर दे दी.

आक्रोशित हुए छात्र, किया हंगामा

घटना के बाद गुस्साए विद्यार्थियों ने छात्रा का साथ दिया. विद्यार्थियों का इल्जाम था कि विवि के जिम्मेदारों ने उनकी साथी को समझाने के दौरान ऐसी बात कही, जो गैरजिम्मेदाराना थी. कुलपति आवास के बाहर एकत्रित विद्यार्थियों का इल्जाम था कि विवि बेशक अब कार्रवाई की बात कर रहा हो, लेकिन उसके जिम्मेदारों का व्यवहार संवेदनशील नहीं था. इसके साथ ही एमएसडब्ल्यू के विद्यार्थियों का इल्जाम था कि गुरुवार को भी छात्रा के साथ शिक्षक ने आपत्तिजनक व्यवहार किया. इसके बाद छात्रा ने किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन शुक्रवार को हद पार होने पर उसने अपने साथियों को इसकी जानकारी दी, तो वह सभी संस्थान में पहुंच गए. उसके बाद सभी कुलपति आवास पर पहुंचकर कार्रवाई की मांग करने लगे.

आरोपों को शिक्षक ने कहा निराधार

मामले में शिक्षक डाक्टर राजीव वर्मा का बोलना था सभी शिक्षकों के नंबर जा चुके थे. इसके कारण से संस्थान में मुझसे प्रश्न पूछे जा रहे थे. इस छात्रा और एक अन्य विद्यार्थी की ओर से लधु अध्ययन व्यवस्था जमा नहीं किया था. इसके लिए इनको टेलीफोन किए गए थे. पिछले कई दिनों से छात्रा के भी टेलीफोन आए और उसने भिन्न-भिन्न बात कहते हुए अध्ययन व्यवस्था जमा करने के लिए समय मांगा. विद्यार्थी ने भी इसी तरह से बात कही. उस दौरान भी मैनें दोनों से इसको जल्द से जल्द जमा करने की बात कही. गुरुवार को मेरी छात्रा से कोई मुलाकात नहीं हुई थी. शुक्रवार को जब छात्रा आयी तो उस समय कार्यालय में कर्मचारी उपस्थित थे. जब यह आयी तो भी इनकी ओर से लधु अध्ययन व्यवस्था नहीं दिया गया. इसके बाद मैं लगभग चार बजे ऑफिस से चला गया. थोड़ी देरी बाद मुझे टेलीफोन आया कि छात्रा की ओर से इस प्रकार के इल्जाम लगाए गए हैं. मैं इस प्रकार के आरोपों से निशब्द हूं.

विवि प्रशासन ने कहा 

कुलसचिव डॉराजीव कुमार ने बोला कि छात्रा की कम्पलेन के आधार पर मुद्दा यूनिवर्सिटी के स्त्रियों एवं छात्राओं के यौन उत्पीड़न सम्बन्धी शिकायतों एवं उन पर समाधान, कार्यवाही प्रकोष्ठ को भेजा गया है. प्रकोष्ठ की बैठक में छात्रा की कम्पलेन को रखा जाएगा. इसके बाद दोनों पक्षों को सुना जाएगा. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यूनिवर्सिटी कदम उठाएगा.

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