उत्तर प्रदेश
रूहेलखंड में BJP की चुनौती बनेगा विपक्ष
अगर यह शर्त होती तो सड़क का निर्माण भी जल्द पूरा हो गया होता. अलबत्ता, शाहजहांपुर में बाईपास के चालू हो जाने से इस हाईवे पर यात्रा का आनंद जरूर मिलता है. शाहजहांपुर के बाद बरेली की सीमा में प्रवेश किया तो नजारा बदला हुआ मिला. सड़कें चौड़ी थीं और पहले की अपेक्षा शहर के अंदर भारी गाड़ी काफी कम दिखे.
कैंटोनमेंट में लाल फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज बन जाने से आंवला और बदायूं जाना सरल हो गया है. हालांकि, रास्ता भटके तो चौपुला ओवरब्रिज से बदायूं जाना पड़ेगा, जो हर समय लगे रहने वाले जाम के कारण कम दुखदायी नहीं. पीलीभीत बाईपास रोड से कटकर जैसे ही रूहेलखंड विवि के पीछे रामगंगा नगर पहुंचे, तो बरेली शहर सुनियोजित विकास की गवाही देते हुए मिला. पिछले 3-4 सालों में यहां काफी काम हुए हैं.