यूपी के इस इलाके में मिला चर्चित पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी का पुश्तैनी घर
पाकिस्तान की चर्चित पत्रकार और यू ट्यूबर आरजू काजमी के कौशाम्बी के कड़ा स्थित पुश्तैनी घर का पता चल गया है. स्वीडिश नागरिक और पाकिस्तानी मूल के लेखक डाक्टर इश्तियाक अहमद ने पिछले दिनों आरजू के पुरखों का घर खोजा. आरजू ने पुश्तैनी घर मिलने की जानकारी एक्स पर दी है.
बेबाक पत्रकारिता के लिए चर्चा में रहने वाली आरजू का घर खोजने के लिए डाक्टर इश्तियाक अहमद पिछले दिनों वाराणसी से प्रयागराज आए थे. अमित महेश्वरी और रजनीकांत त्रिपाठी की सहायता से डाक्टर इश्तियाक कड़ा गए.
डॉ। इश्तियाक ने आरजू के पुश्तैनी घर का वीडियो बनाया. डाक्टर इश्तियाक के साथ यू ट्यूब पर इंटरव्यू में आरजू ने पुरखों के घर का वीडियो साझा किया. इंटरव्यू में डाक्टर इश्तियाक ने कहा कि कड़ा में आरजू के पुरखे बहुत समृद्ध थे. वीरान घर में आज भी एक छोटी मस्जिद और मदरसा है. आरजू के दूर के संबंध में भाई घर में रहते हैं. परिवार के एक सदस्य अमेरिका में बस गए, जो कभी-कभी आते हैं. डाक्टर इश्तियाक के अनुसार आरजू के पुरखों के घर के आसपास कई काजमी परिवार रहता है. सभी को आरजू के पुरखों के पाक जाने की जानकारी नहीं है. एक-दो लोग ही जानते हैं. आसपास के लोगों से वार्ता के आधार पर डाक्टर इश्तियाक ने कहा कि उनका परिवार गांव के बच्चों की तालीम और बड़ों को रोजगार देने का काम करता था. बच्चों को शिक्षा देने के लिए घर में मदरसा
पिछले वर्ष कड़ा में पुश्तैनी घर होने का किया था दावा
आरजू काजमी ने पिछले वर्ष अप्रैल में कड़ा में उनका पुश्तैनी घर होने का दावा किया था पर साफ नहीं था कि घर कहां है. सोशल मीडिया पर आरजू ने बोला था कि आजादी के बाद राष्ट्र का बंटवारा हुआ तो उनके दादा ने पाक में घर बसाया. आरजू ने उसी समय बोला था, ‘पाकिस्तान में बसकर पुरखों ने उनकी बाट लगा दी.’ आजादी के बाद हिंदुस्तान पाक के बंटवारे को उन्होंने ‘टू नेशल थ्योरी का चूरन’ बताते हुए बोला था, ‘उनके भाई-बहन का कोई भविष्य नहीं है.’
भारत की नागरिकता की कर चुकी हैं मांग
आरजू काजमी हिंदुस्तान की नागरिकता देने की मांग कर चुकी हैं. पिछले वर्ष आरजू ने प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से यहां की नागरिकता देने की मांग की. इस मांग के बाद आरजू की सराहना और निंदा हुई थी. पाक की प्रबंध की आरजू अक्सर आलोचना करती रहती हैं.