उत्तर प्रदेश

मेरठ में अफसर का फर्जी PA बनकर करोड़ों की ठगी

 

यह फोटो पंकज मिश्रा की है जिसने स्वयं को प्रशासनिक अधिकारी का पीए बताकर करोड़ों रुपए की ठगी की है पुलिस ने इसे अरेस्ट कर कारावास भेज दिया

मेरठ पुलिस ने रविवार को सुल्तानपुर के पंकज मिश्रा को धोखाधड़ी के मुद्दे में अरेस्ट कर कारावास भेजा है. पंकज मिश्रा ने पल्लवपुरम निवासी स्त्री उसके परिचितों को जमीन का मुआवजा दिलाने के नाम पर 5 करोड़ 70 लाख रुपयों की मोटी धनराशि ठगी है. आरोपी आईएएस का फर्जी पीए

एक वर्ष गुजरने पर भी मुआवजा नहीं मिला तो पीड़ित को संदेह हुआ. इसके बाद आरोपी द्वारा समय-समय पर सीएम कार्यालय के नाम से भेजे गए लेटर्स की जांच कराई तो पूरा धोखाधड़ी सामने आया.

ये है पूरा मामला
मेरठ पल्लवपुरम पुलिस स्टेशन में 20 मई को स्त्री ने 5.70 करोड़ की ठगी की कम्पलेन दर्ज कराई थी. गंगानगर में एमडीए द्वारा अधिग्रहित अपनी जमीन के मुआवजे के नाम पर स्त्री उसके जानने वालों से धनराशि ऐंठी गई. इतनी बड़ी ठगी की बात सुनकर पुलिस भी सकते में आ गई और आरोपी की तलाश में जुट गई.

रविवार को पुलिस ने आरोपी को पल्लवपुरम से अरेस्ट कर लिया. मूल रूप से सुल्तानपुर निवासी पंकज मिश्रा ने मेरठ निवासी स्त्री और उसके परिजनों से जमीन का मुआवजा दिलाने के नाम पर खाते में पैसे डलवाए.

आरोपी लगातार स्त्री उसके परिचितों को मुआवजा दिलाने का झांसा देकर बेवकूफ बनाता रहा और धनराशि ऐंठता रहा. पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर कारावास भेज दिया है. पुलिस ने आरोपी को पीड़ित पक्ष के जरिए सेटलमेंट की कॉल कराकर सुल्तानपुर से मेरठ बुलाया. आरोपी के मेरठ पहुंचने पर उसे पल्लवपुरम से अरेस्ट कर लिया.

फर्जी पीए बनकर ठगी का मुद्दा पढ़िए…

लखनऊ सचिवालय में अधिकारी के जरिए हुई मुलाकात
पुलिस पूछताछ में ठगी के पूरे खेल का खुलासा हुआ है. प्रशासनिक अधिकारी का फर्जी पीए बनकर ठगी करने वाले पंकज मिश्रा से पीड़िता की मुलाकात एक वर्ष पहले 2023 में लखनऊ में हुई थी. पीड़ित स्त्री लखनऊ अपने काम के लिए सचिवालय पहुंची.

जहां एक अधिकारी ने पंकज मिश्रा से मुलाकात कराई थी. पंकज मिश्रा ने स्वयं को एक प्रशासनिक अधिकारी का पीए बताते हुए पीड़ित को भरोसे में लिया. बोला कि वो गवर्नमेंट से हर काम करा देगा चिंता की आवश्यकता नहीं है. मुआवजे का काम सरलता से हो जाएगा, पीड़ित उसकी बातों में आ गए और अपना मैटर बताया.

बोला गवर्नमेंट में पैसा देना पड़ेगा तब काम होगा
इसके बाद पंकज मिश्रा ने फर्जी पीए बनकर पीड़ितों से बोला कि गवर्नमेंट में इस काम के पैसे देने पड़ेंगे. इसके बाद फर्जी आरोपी ने पीड़ित से 80 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर कराए. काम हो जाएगा कहते-कहते लगातार फर्जी पीए पैसे लेता रहा.

पीड़ित जब भी मुआवजे की बात करते तो झांसा देता रहता कि काम हो जाएगा. इस तरह आरोपी ने पीडितों से 5.70 करोड़ की मोटी धनराशि हड़प ली. कुछ धनराशि नकद और कुछ औनलाइन खाते में ट्रांसफर करवाता रहा.

मुख्यमंत्री कार्यालय के फर्जी लेटर भेजे
पीड़ितों को भरोसे में लिए रखने के लिए आरोपी समय-समय पर उन्हें सीएम कार्यालय से जारी लेटर व्हाट्सएप पर भेजता रहा. जिसमें मुआवजे को लेकर अपडेट लिखा रहता. इतना ही नहीं आरोपी किसी आदमी को प्रशासनिक अधिकारी बताकर लगातार पीड़ित पक्ष से बात कराता रहा. जो कहता कि आपका काम हो जाए.

एक वर्ष बीतने पर भी जब पैसा नहीं मिला तो पीड़ितों को चिंता हुई. इसके बाद उन्होंने सीएम कार्यालय से जारी लेटर जो आरोपी ने भेजे थे उनकी जांच कराई तो वो सभी लेटर फर्जी निकले. आरोपी ने सीएम कार्यालय के नाम पर फर्जी लेटर बनाए और पीडितों को भेजकर पैसे ऐंठता रहा.

पुलिस का बोलना है

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि पल्लवपुरम पुलिस स्टेशन पर ठगी की कम्पलेन आई थी. धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है. कम्पलेन के आधार पर जांच की, आरोपी को पीड़ित पक्ष के जरिए मिलने बुलाया और अरेस्ट कर कारावास भेज दिया है.

वहीं पल्लवपुरम थाना प्रभारी मुन्नेश सिंह का बोलना है कि आरोपी ने पीड़ित पक्ष को जमीन का मुआवजा दिलाने के नाम पर 5.70 करोड़ रुपए ठगे हैं. आरोपी मंत्रियों, अफसरों के नाम से फर्जी लेटर बनाता और उन्हें भेजकर धोखाधड़ी करता रहा.

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