उत्तर प्रदेश

बदायूं: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला साजिद की हैवानियत का राज

उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो मासूमों की बेरहमी से मर्डर कर दी गई है. दो बच्चों की मर्डर के बाद ना केवल बच्चों का परिवार बल्कि पूरा क्षेत्र ही सदमे में है. दोनों ही बच्चों की मर्डर के बाद उनका पोस्टमार्टम होने के बाद आखिरी संस्कार किया जा चुका है. वहीं अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है.

इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मुख्य आरोपी साजिद द्वारा की गई हैवानियत के सभी राज से पर्दा उठा दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो आयुष और आहान के शरीर पर दर्जनों पर धारदार हथियार से वार किए गए थे. आरोपियों ने जघन्य ढंग से इस घटना को अंजाम दिया है. दोनों मृतक बच्चों का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की टीम ने किया है, जिसकी पूरी वीडियोग्राफी भी कराई गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो 13 वर्षीय बड़े बच्चे आयुष के शरीर पर नौ घाव मिले हैं. उसके गली हाथ सीन और पेट पर घाव के निशान मिले हैं. वहीं छोटे बच्चे आहान के शरीर पर 11 घाव मिले हैं. दोनों बच्चों की मृत्यु गर्दन पर धारदार हथियार से किए गए वार की वजह से हुई है.

वहीं इसके साथ ही घटना का मुख्य आरोपी साजिद जो की मुठभेड़ में मारा जा चुका है, उसका भी पोस्टमार्टम किया गया. रिपोर्ट में सामने आया है कि उसकी मृत्यु गोली लगने से हुई है. साजिद मासूमों की मर्डर का मुख्य आरोपी था. घटना के बाद पुलिस एनकाउंटर में उसकी मृत्यु हो गई थी.

पुलिस ने साफ नहीं दी जानकारी

पुलिस ने इस घटना के पीछे के मकसद के बारे में अभी कुछ साफ नहीं कहा है. बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘ हमने साजिद और जावेद के पिता बाबू और उनके चाचा कयामुद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. यह कदम जावेद को अरैस्ट करने के प्रयासों के अनुसार उठाया गया है.’’ पुलिस ने जावेद और साजिद दोनों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के अनुसार मुद्दा दर्ज किया है. बुधवार की देर शाम पुलिस ने जावेद की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया है. एसएसपी प्रियदर्शी ने कहा कि जावेद की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया है और पांच टीमें बदायूं समेत आसपास उसकी तलाश कर रही हैं. इस बीच, कुछ हिंदूवादी संगठनों ने आज सुबह इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया.

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