नोएडा वासियों को प्रति यूनिट की दर से पानी का देना होगा बिल
नोएडा वासियों को प्रति यूनिट की रेट से पानी का बिल देना होगा. इसके लिए शहर में वाटर मीटर लगाए जाने है. पायलट प्रोजेक्ट के अनुसार 5000 वाटर मीटर लगाने का काम पूरा हो चुका है. अगले महीने से 82 हजार वाटर मीटर लगाने का काम होगा.
नोएडा में वर्तमान में भूखंड के साइज के हिसाब से पानी की बिल लिया जाता है. अब नए सिस्टम में वाटर मीटर लगाए जा रहे है. इसमें प्रति यूनिट के हिसाब से पानी का बिल लिया जाएगा. यूनिट रेट के लिए दिल्ली और हरियाणा की पॉलिसी को भी देखा गया. लेकिन वहां की फिजिकल जनसंख्या और नोएडा की जनसंख्या में अंतर है. यहां अधिकांश सेक्टर और सोसाइटी है. इसलिए वहां का मॉडल यहां अप्लाय नहीं किया जा सकता. नोएडा के लिए अलग मॉडल तैयार होगा. ये अपने आप में प्रदेश में भी पहला मॉडल होगा.
सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड का कार्यालय
प्राधिकरण ने कहा कि नोएडा में ये मानकर चलते है चार से पांच लोगों का एक परिवार है. प्रतिदिन करीब 200 लीटर पानी प्रयोग करता है. इसी तरह सोसाइटी में जिसके फ्लैट है और कितना पानी यहां प्रतिदिन यूज हो रहा है इसकी एक गणना की जा रही है.
ये गणना यूजीआर से प्रतिदिन सप्लाई किए गए पानी से होती है. इसी आधार पर एक मानक तय हो जाएगा कि इस सोसाइटी में कितना पानी प्रतिदिन यूज हो रहा है. कितना बिल सोसाइटी वाले दे रहे है. इन सभी के आधार पर ही प्रति यूनिट रेट तय की जाएगी.
बिल जमा करने की जिम्मेदारी एओए की होगी. वह चाहे तो मेंटेनेंस में इसे जोड़ सकता है ये उसकी जिम्मेदारी है. जिन सोसाइटी में एओए नहीं बनी है और जहां सोसाइटी बिल्डर के पास है वहां बिल्डर की जिम्मेदारी होगी पानी का बिल जमा करने की.
इसी तरह नोएडा के सेक्टरों में पानी की प्रति यूनिट रेट तय होगी. कहा गया कि इंडस्ट्री, कॉमर्शियल और इंस्टीट्यूशनल के लिए भिन्न-भिन्न रेट होंगी.
नोएडा प्राधिकरण का इसी ऑफिस से जारी किए जाएंगे वाटर मीटर के टेंडर
जल बिलिंग एप से जमा कर सकते है बिल
प्राधिकरण वाटर मीटर के साथ औनलाइन बिल जमा करने के लिए जल एप (जल बिलिंग) लेकर आ रहा है. इस जल एप में रीडिंग देख सकेंगे. जिसे यूपीआई से जोड़ा जाएगा. इसमें एसएमएस अलर्ट भी होगा.
यानी मंथली बिल जनरेट होने पर आपको एप पर मैसेज आएगा. इसके बाद आप बिल जमा कर सकेंगे और इसकी रसीद आपको मिल जाएगी. ये एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा.