उत्तर प्रदेश

देश में पहली बार किसी मंदिर में एयरपोर्ट के तर्ज पर होगी सफाई व्यवस्था

वाराणसी. राष्ट्र में पहली बार किसी मंदिर में सफाई प्रबंध एयरपोर्ट के तर्ज पर किया जाएगा. तरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली सफाई प्रबंध लागू करने वाला श्री काशी विश्वनाथ मंदिर राष्ट्र का पहला मंदिर होगा. श्री काशी विश्वनाथ धाम में नयी सफाई प्रबंध के लिए मंदिर प्रशासन और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच वार्ता किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक नयी प्रबंध अप्रैल महीने के आखिरी हफ्ते से लागू किया जा सकता है. धाम में सफाई के लिए नयी प्रबंध के लागू होने उपरांत मंगला आरती से लेकर शयन आरती तक कई चरण में धाम में सफाई की जाएगी. इस प्रबंध को लागू किए जाने को लेकर मंदिर प्रशासन ने कवायत प्रारम्भ कर दिया है.

निजी कंपनी द्वारा किया जाता है मंदिर में सफाई, निरीक्षण के दौरान मिली खामियां

श्री काशी विश्वनाथ धाम मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में सफाई को लेकर न्यास की तरफ पहले ही बैठक किया गया है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के प्रवेश से लेकर निकास तक श्रद्धालुओं को हाई लेवल सफाई प्रबंध और अन्य सुविधाओं को लेकर कवायत किया जा रहा है. बता दें कि नयी प्रबंध के पश्चात मंदिर परिसर में स्टैंटर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर लागू किया जाएगा. जिसके अनुसार विश्वनाथ धाम परिसर में कई चरण में सफाई किए जानेंगे. इसके लिए सफाईकर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा. करीब 5 लाख स्क्वायर फीट में उपस्थित श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में 33 भवनों का निर्माण करीब 900 करोड़ रूपए से किया गया है. मंदिर में लगातार भक्तों की बढ़ती संख्या और चढ़ावे में हो रही वृद्धि के बाद मंदिर प्रशासन भी सुविधाओं में बढ़ोतरी कर रहा है.

विश्वनाथ धाम परिसर में सीईओ ने किया औचक निरीक्षण, गंदगी मिलने पर लगाया 2.70 लाख रुपए का जुर्माना

श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में सोमवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा औचक निरीक्षण पर निकले. धाम परिसर में विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण के दौरान गंदगी देखने को मिला. ऐसे में मुख्य कार्यपालक अधिकारी पूरे धाम परिसर का निरीक्षण किया, तो कुल 54 स्थानों पर गंदगी मिली. विश्वनाथ धाम परिसर में मानकों के अनुरूप सफाई न होने और गंदगी मिलने पर मौजूदा सफाई प्रबंध करवाने वाली कंपनी पर जुर्माना लगाया गया. मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने करीब 5 हजार रूपए प्रति जगह के हिसाब से निजी कंपनी पर करीब 2.70 लाख का जुर्माना लगाते हुए नोटिस जारी किया. इसके साथ ही हिदायत दिया कि यदि दोबारा विश्वनाथ धाम परिसर में गंदगी मिलने पर कंपनी पर और अधिक जुर्माना और कार्रवाई किया जाएगा.

 

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