जानें, मुख्तार अंसारी की वो 2 कंपनियां जिसके जरिये चलता था हवाला का धंधा
Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से गुरुवार रात मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसको गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। गैंगस्टर की मृत्यु के साथ ही कई राज दफ्न हो गए हैं। मनी लांड्रिंग मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय को अब आगे जांच करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। माफिया मुख्तार अंसानी समेत परिवार के कई सदस्य मनी लांड्रिंग मुद्दे में आरोपी हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले दिनों मनी लांड्रिंग मुद्दे में मुख्तार अंसानी की करोड़ों की संपत्तियों को अटैच किया था।
ईडी की तरफ से बेनामी संपत्तियों की छानबीन की जा रही
मुख्तार अंसारी की कई बेनामी संपत्तियों की छानबीन भी प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से की जा रही है। लेकिन अंसारी की मृत्यु के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय को जांच को आगे बढ़ाने, प्रमाण जुटाने और तथ्यों को जोड़ने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। इन मामलों में मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी भी आरोपी है और वह कारावास में बंद है। मुख्तार अंसारी गैंग की हवाला कारोबार के जरिये तगड़ी कमाई होती थी। मुख्तार के करीब 292 सहयोगियों के विरुद्ध 160 मुद्दे दर्ज हैं। उसके 186 गुर्गों को पहले ही अरैस्ट किया जा चुका है।
605 करोड़ से ज्यादा की गैरकानूनी संपत्तियों को बरामद किया
यूपी गवर्नमेंट की तरफ से मुख्तार अंसारी की 605 करोड़ रुपये से ज्यादा की गैरकानूनी संपत्तियों को बरामद किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट की तरफ से मुख्तार अंसारी के विरुद्ध कार्रवाई के दम पर उसे आठ मामलों में गुनेहगार करार दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस ने उसके 2100 से अधिक गैरकानूनी कारोबार पर भी ताला लगा दिया। योगी आदित्यनाथ गवर्नमेंट के दौरान मुख्तार अंसारी के वर्चस्व पर जबरदस्त कार्रवाई हुई है।
इन कंपनियों के जरिये हवाला का धंधा
ईडी की तरफ से विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी और आगाज कंस्ट्रक्शन कंपनी के जरिये अरबों रुपये की बेनामी संपत्तियों की की जा रही है। जांच एजेंसियों के सूत्रों की तरफ से यह भी दावा किया जा रहा है कि इन दोनों कंपनियों के जरिये मुख्तार अंसारी का हवाला कारोबार चलता है। लेकिन उसकी मृत्यु के साथ ही इन कंपनियों से जुड़े राज कौन उगलेगा, अब यह एक बड़ा प्रश्न बन गया है। मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को मनी लांड्रिंग मुद्दे में ही अरैस्ट किया गया था। बाद में अन्य मामलों में भी अब्बास अंसारी पर कानूनी शिकंजा कसा गया।
कौन उगलेगा राज
मुख्तार अंसारी की मृत्यु के साथ ही हवाला कारोबार से जुड़े कई प्रमाण और तथ्य पुलिस की पहुंच से दूर हो जाएंगे। पिछले दिनों मैसर्स विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रशासन के रडार आई थी। अंसारी के साले अनवर शहजाद और सरजिल उर्फ आतिफ पर बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लैक मनी को बरामद किया गया। पुलिस ने दावा किया गया था कि काले धन को मुख्तार के बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के बैंक खाते में जमा किया गया था।