उत्तर प्रदेश

कानपुर में छात्र के साथ बर्बरता के 5 आरोपी अब भी फरार

कानपुर के काकादेव में इटावा के विद्यार्थी पर जुल्म ढाने के मुद्दे में पांच हवसी फरार हैं. पुलिस की टीमें उनकी तलाश में शहर से लेकर इटावा तक छापेमारी कर रही हैं. मोबाइल सर्विलांस पर लिए गए हैं. दो मददगारों का भी पता चला है. उनके बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है. मंगलवार को पीड़ित विद्यार्थी का मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान दर्ज कराए गए. बयान के पुलिस आवलोकन के बाद पता चला कि विद्यार्थी ने बयान में कुकर्म की बात नकार दी है.

पांच मई को सोशल मीडिया पर सात वीडियो वायरल हुए थे. इसमें एक विद्यार्थी के साथ अमानवीय व्यवहार की पराकाष्टा पार कर दी गई. उसे नग्न कर प्राइवेट पार्ट में ईंट बांध दी गई थी. उसके साथ जमकर हाथापाई की गई. पुलिस ने मुद्दे में रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक तन्मय चौरसिया, अभिषेक कुमार वर्मा, योगेश विश्वकर्मा, संजीव कुमार यादव, हरगोविंद उर्फ केशव तिवारी और शिवा त्रिपाठी को अरैस्ट कर कारावास भेज दिया. वहीं, पांच आरोपित अभी भी फरार हैं. डीसीपी सेन्ट्रल आरएस गौतम ने कहा कि चार टीमें आरोपितों की तलाश में लगाई गई है. मोबाइल सर्विलांस के जरिए कुछ लोगों का पता चला है जिन्होंने आरोपितों की सहायता की थी. उनकी पूरी जानकारी और सत्यापन कराया जा रहा है. पुलिस की एक टीम इटावा में भी काम कर रही है.

बेहोश हुआ तो पानी डाल होश में लाए और फिर पीटा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विद्यार्थी ने कहा कि आरोपितों ने उसे बेरहमी से पीटा. वह कई बार बेहोश हुआ तो पानी डालकर होश में लाए और फिर पीटा. जान से मारने की धमकी दी, जो वीडियो बनाया और वायरल भी कर दिया. विद्यार्थी से कुकर्म को लेकर प्रश्न करने पर उसने नकार दिया.

मूक-बधिर मां ने गोद में विद्यार्थी का सिर रख दी हिम्मत
पीड़ित विद्यार्थी की मां मूक-बधिर है पर वह अपने बेटे को निहार कर उसका गम कम करने का कोशिश कर रही थी. पुलिस कार्रवाई निपटने के बाद जब विद्यार्थी को परिजन इटावा ले गए तो रात में मां ने अपनी गोद में रखकर उसका सिर सहलाया. वह जैसे यह कहने का कोशिश कर रही थी कि बेटा तू चिंता मत कर मैं हूं. मां के इसी दुलार ने विद्यार्थी को नयी ताकत दी. सोमवार रात उसने भरपेट खाना खाया. परिजनों ने अभी उसे घर से कहीं भी बाहर जाने की इजाजत नहीं दी है. विद्यार्थी के परिवार में मां और पिता के अतिरिक्त एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है.

पिता ने कहा कि घटना के बाद जब बेटे को छोड़ा गया तो वह किसी तरह से इटावा अपने घर आ पाया था. रविवार देर रात पुलिस की एक टीम उसे इटावा ढूंढते हुए आई. पुलिस ने कार्रवाई का हवाला दिया और बेटे को चलने के लिए कहा. पूरा परिवार विद्यार्थी के साथ कानपुर आ गया था. पिता के मुताबिक, बेटा इतना डरा हुआ था कि उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था. वह बस अपने कमरे में दुबककर रहता था. डीसीपी सेन्ट्रल, आरएस गौतम ने बोला कि विद्यार्थी ने 164 के बयान में कुकर्म की घटना नहीं कबूली है, जो भी तथ्य न्यायालय को बताए गए हैं उसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

शिवा के भाई को आरोपित बनाना चाहिए
छात्र के चचेरे भाई ने बोला कि आरोपित शिवा का एयरफोर्सकर्मी भाई इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड है. उसी ने पूरा षड्यंत्र रचा है. पुलिस को उसे भी आरोपित बनाना चाहिए. पिता ने कहा कि मंगलवार की सुबह पुलिस स्टेशन से टेलीफोन पहुंचा था. वह कह रहे थे कि शिवा के भाई को भी मुद्दे में आरोपित बना लेंगे.

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