इन सीटों पर तेज हुई अखिलेश की डिमांड
Samajwadi Party-Congress Alliance: समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में कांग्रेस पार्टी को सिर्फ़ गोरखपुर मंडल में ही बराबरी के आधार पर सीटें मिली हैं. मंडल की छह में से तीन लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी तो तीन पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं. कांग्रेस पार्टी के तीनों उम्मीदवार ‘साइकिल’ के हैंडिल पर मजबूत पकड़ बनाकर चुनावी मुकाबले में आने की फिराक में हैं.
गोरखपुर मंडल में बांसगांव सुरक्षित, देवरिया और महराजगंज लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी के कोटे में है तो गोरखपुर, सलेमपुर और कुशीनगर समाजवादी पार्टी के कोटे में. बांसगांव सुरक्षित से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री सदल प्रसाद पिछले दोनों चुनावों में बीएसपी के प्रत्याशी थे और दूसरे जगह पर थे. इस सीट पर हैट्रिक बना चुके बीजेपी प्रत्याशी कमलेश पासवान का मुकाबला करने के लिए सदल प्रसाद को हर हाल में समाजवादी पार्टी की पूरी ताकत का सहारा लेना पड़ेगा.
महराजगंज की भी वही कहानी
महराजगंज लोकसभा सीट का हाल भी कुछ अलग नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने फरेंदा के अपने विधायक वीरेन्द्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है. हाल के सालों में 2009 में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी के हर्षवर्धन सांसद चुने गए थे, जबकि 1999 में समाजवादी पार्टी के कुंवर अखिलेश सिंह सांसद थे. बीजेपी ने अपने छह बार के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी को प्रत्याशी बनाया है. पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी दूसरे जगह पर थे.
अखिलेश प्रताप को समाजवादी पार्टी के सहारे की उम्मीद
देवरिया लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को भी समाजवादी पार्टी के सहारे की आशा है. साल 1984 से ही इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का खाता ही नहीं खुला है. यहां से 2009 में बीएसपी और अब पिछले दो चुनावों से बीजेपी का कब्जा है. हालांकि 2009 से ही बीजेपी हर बार प्रत्याशी बदल रही है. इस बार भी बीजेपी ने वर्तमान सांसद का टिकट काटकर पूर्व सांसद श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के पुत्र शशांक त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है.