अफजाल अंसारी मामले में हाईकोर्ट में टली सुनवाई
प्रस्तावकों के साथ अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी पहले नामांकन करने पहुंचीं. इसके कुछ देर बाद अफजाल अंसारी अपने प्रस्तावकों के साथ नामांकन करने पहुंचे. अफजाल के मुद्दे में आने वाले निर्णय के चलते उम्मीदवारी की अनिश्चितता को लेकर उनकी बेटी ने भी इस सीट से नामांकन किया है. बताया जा रहा है कि गाजीपुर लोकसभा सीट पर इस बार रोचक चुनाव होगा. एक जून को होने वाले मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में बहस के दौरान अधिवक्ता जीएस चतुर्वेदी, दयाशंकर मिश्र ने पक्ष रखा. अधिवक्ताओं ने बोला कि अफजाल अंसारी को सियासी रंजिश में फंसाया गया है. उनके विरुद्ध कोई साक्ष्य नहीं है. घटना के कई वर्ष बाद गैंगस्टर का केस दर्ज किया गया था. दर्ज केस फर्जी है. अफजाल अंसारी पांच बार विधायक और दो बार सांसद चुने गए हैं. बिना भेदभाव के लोगों की सहायता करते हैं, इसलिए अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं.
न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह की न्यायालय में सुनवाई हुई. न्यायालय ने सुनवाई को आगे बढ़ाते हुए अगली तारीख 20 मई कर दी है. उच्चतम न्यायालय ने अफजाल अंसारी की सजा स्थगित करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय को उनकी अपील पर 30 जून 2024 तक फैसला लेने का निर्देश दिया था. उच्च न्यायालय ने इससे पहले जमानत तो दे दी थी, लेकिन, सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.