उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव के सामने सपा नेता ने माफियाओं के नाम पर मांगे वोट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में सपा (सपा) की जनसभा में उत्तर प्रदेश और बिहार के माफियाओं के नाम से वोट माँगे जाने का मुद्दा सामने आया है. अखिलेश यादव की उपस्थिति में हुई इस रैली में मर चुके शहाबुद्दीन, अतीक अहमद, अशरफ और मुख़्तार अंसारी जैसे ‘माफियाओं’ की याद में वोट डालने की बात कही गई है. रैली में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को भी याद करके उन पर हो रही कानूनी कार्रवाई को अत्याचार कहा गया है. समाजवादी पार्टी समर्थकों और मंच पर मौजूद पदाधिकरियों ने विरोध करने की स्थान तालियाँ बजा कर इस भाषण का स्वागत किया है. यह जनसभा रविवार (28 मार्च 2024) को की गई थी.

रिपोर्ट के अनुसार, यह रैली संभल लोकसभा क्षेत्र के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी. यहाँ से समाजवादी पार्टी ने जियाउर्रहमान को टिकट दिया है. जियाउर्रहमान विवादित बयानों ने लिए सुर्ख़ियों में रहे हैं और दिवंगत शफीकुर्रहमान के पोते हैं. वह अभी समाजवादी पार्टी के टिकट पर कुंदरकी विधानसभा से MLA हैं. मंच पर अखिलेश यादव समेत समाजवादी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. इसी दौरान सीनियर समाजवादी पार्टी नेता मोहम्मद उस्मान ने भाषण दिया. मोहम्मद उस्मान ने अपने भाषण में सबसे पहले अखिलेश सहित अनेक लोगों का अभिवादन किया. इसके बाद उन्होंने विवादित बयानबायजी करनी प्रारम्भ कर दी. अपने भाषण में मोहम्मद उस्मान ने माफियाओं का महिमामंडन करना प्रारम्भ किया. उन्होंने पहले अपराधियों की काली कमाई को जमींदोज़ कर रहे रहे बुलडोजर एक्शन पर धावा बोला. उस्मान ने बोला कि समाजवादी पार्टी समर्थक बुलडोजर की कार्रवाई के विरुद्ध उनकी पार्टी को वोट दें. उस्मान का यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

उस्मान ने कभी यूपी से लेकर बिहार तक में आतंक का पर्याय बन चुके सभी माफियाओं का महिमामंडन किया, जो किसी न किसी कारण से अब दुनिया में नहीं हैं. उन्होंने बोला कि, ‘शहाबुद्दीन, अतीक, अशरफ, मुख़्तार को याद करते हुए, उनको ध्यान में रखते हुए वोट करें.” उस्मान की इन लाइनों पर भी मंच और नीचे लोगों ने जोर-जोर से तालियाँ पीटीं. बता दें कि शहाबुद्दीन, अतीक-अशरफ, मुख़्तार अंसारी जैसे माफियाओं पर न सिर्फ़ हिन्दू समुदाय बल्कि अपने ही इस्लाम मत को मानने वालों पर अनेक अत्याचार करने के मुकदमों की फाइलें आज भी उपस्थित हैं. यहाँ तक कि, इन गैंगस्टर्स के जुल्म के शिकार लोगों में इनके अपने सम्बन्धी भी शामिल हैं. समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं से समर्थन मिलता देख मोहम्मद उस्मान का जोश आसमान पर था,. उन्होंने आजम खान के विरुद्ध जारी कानूनी और न्यायिक कार्रवाई को भी अत्याचार बता दिया और इसके नाम पर भी वोट माँगे. गौरतलब है कि मोहम्मद उस्मान बिलारी से समाजवादी पार्टी विधायक मोहम्म्द फहीम इरफ़ान के चाचा हैं.

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