FIH ओलिंपिक क्वालिफायर ब्रॉन्ज मेडल मैच में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को दी मात
FIH ओलिंपिक क्वालिफायर ब्रॉन्ज मेडल मैच में न्यूजीलैंड ने पाक को मात दी। इससे पहले सेमीफाइनल में जर्मनी ने 4-0 से हराया था।
पाकिस्तान की मेंस हॉकी टीम जुलाई-अगस्त में होने जा रहे पेरिस ओलिंपिक गेम्स के लिए क्वालिफाई करने में असफल रही है। टीम लगातार तीसरे ओलिंपिक गेम्स में हिस्सा नहीं ले सकेगी। टीम ने अंतिम ओलिंपिक गेम्स 2012 में लंदन में खेला था।
पाकिस्तानी टीम को ओमान में जारी FIH ओलिंपिक क्वालिफायर में सोमवार को न्यूजीलैंड ने 3-2 से हराया। इससे पहले, टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में 4-0 की हार का सामना करना पड़ा था। टूर्नामेंट की टॉप-3 टीमों को ओलिंपिक गेम्स का टिकट मिला। यह पेरिस गेम्स का टिकट हासिल करने का टीम के पास अंतिम मौका था।
52 मिनट तक पाक की टीम 2-1 की बढ़त पर रही, लेकिन अंतिम 8 मिनट में 2 गोल खाए।
आखिरी 8 मिनट में 2 गोल खाए
पाकिस्तान की टीम गेम के 52वें मिनट तक 2-1 से आगे चल रही थी, लेकिन टीम ने अंतिम के 8 मिनट में दो गोल खाए और 3-2 से हार गई। मुकाबले में पाक के महमूद अबु ने 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागा और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। उसके बाद 24वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल करके बढ़त को दोगुना कर दिया। इसी मिनट में न्यूजीलैंड ब्वॉइड स्क्वॉट ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागा और स्कोर 2-1 कर दिया।
हाफ टाइम के बाद मैच के तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं आया, लेकिन अंतिम 15 मिनट के खेल में न्यूजीलैंड ने जबर्दस्त वापसी की। 52वें मिनट में इंग्लिश ह्यूगो ने फील्ड गोलकर न्यूजीलैंड को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। फिर 58वें मिनट में ब्वॉइड स्क्वॉट ने विजयी गोल दागा।
न्यूजीलैंड ने तीसरे जगह पर रहते हुए पेरिस ओलिंपिक का टिकट हासिल किया।
लंदन ओलिंपिक में 7वें नंबर पर रही थी टीम
पाकिस्तान की टीम लंदन ओलिंपिक गेम्स में 7वें नंबर पर रही थी। टीम ने लंदन में ही अंतिम ओलिंपिक गेम्स खेला था। उससे पहले टीम बीजिंग ओलिंपिक में 8वें नंबर पर रही थी। पाकिस्तानी टीम ने ओलिंपिक गेम्स में 8 मेडल जीते हैं। इनमें 1960, 1968 और 1984 ओलिंपिक गेम्स के गोल्ड मेडल शामिल हैं।
पाकिस्तान की टीम लगातार तीसरे ओलिंपिक गेम्स के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी है।
पूर्व खिलाड़ी बोले- आर्थिक संकट से गुजर रही है PHF
1994 की वर्ल्ड चैंपियन और चैंपियंस ट्रॉफी विनर टीम के सदस्य वसीम फिरोज ने बोला कि आप टीम से क्या आशा कर सकते हो, जब टीम ने क्वालिफायर से पहले महज 18 दिन की ट्रेनिंग की हो। जबकि दूसरी टीमें 3-3 महीने की ट्रेनिंग करके आ रही हैं।
पाकिस्तान हॉकी आर्थिक संकट के कारण उदासीन है, क्योंकि न तो खिलाड़ी और कोचों को अलाउंस दिया जा रहा है और न ही कॉन्ट्रैक्ट और सैलरी। आर्थिक संकटों के कारण पाक हॉकी फेडरेशन इंटरनेशनल इवेंट से अपना नाम वापस लेने के लिए विवश है। दो महीने पहले फेडरेशन के अध्यक्ष खालिद सज्जाद खोखर हटा दिए गए हैं।