जानें कौन हैं सौम्या, जिन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में गेंद से मचाया धमाल…
क्रिकेट,अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का बहुत बढ़िया प्रदर्शन जारी है। सुपर 6 के पहले मैच में हिंदुस्तान का सामना न्यूजीलैंड से हुआ। इस मैच में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 214 रनों से हराकर मैच जीत लिया। इस मैच में हिंदुस्तान के लिए सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर खान ने शतक लगाया, जबकि सौम्या पांडे ने बहुत बढ़िया गेंदबाजी करते हुए कीवी टीम को धराशायी कर दिया। इस मैच में कीवी टीम 100 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सकी और ये मैच हिंदुस्तान के नाम रहा। सौम्या ने 4 विकेट लेकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। ऐसे में आइए जानें कौन हैं सौम्या, जिन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में गेंद से धमाल मचाया है।
U19 वर्ल्ड कप: कौन हैं सौमी पांडे, जिन्होंने 4 विकेट लेकर मचाया तहलका?
दरअसल, अंडर-19 वर्ल्ड कप में हिंदुस्तान का दबदबा कायम है। 5 बार की चैंपियन टीम ने सुपर 6 के पहले मैच में जीत के साथ बहुत बढ़िया आरंभ की। न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेले गए मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम ने 8 विकेट पर 295 रन बनाए। हिंदुस्तान की ओर से मुशीर खान ने एक बार फिर बहुत बढ़िया बल्लेबाजी की और तूफानी शतक जड़ा। इससे हिंदुस्तान को यह लक्ष्य निर्धारित करने में काफी सहायता मिली। इसके अतिरिक्त 19 वर्ष की सौमी पांडे ने गेंदबाजी में कीवी टीम के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। मैच में सौम्या ने 10 ओवर में 19 रन देकर 4 विकेट लिए। आपको बता दें कि सौम्या पांडे मध्य प्रदेश के सीधी जिले से हैं। जिले के भरतपुर की रहने वाली सौम्या भारतीय टीम की बाएं हाथ की स्पिनर हैं। उनकी निजी जीवन किसी फिल्मी सितारे से कम नहीं है। उन्होंने 6 वर्ष की उम्र में बैट-बॉल उठाया था।
शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने के बावजूद उन्होंने निस्वार्थ रेट से क्रिकेट को चुना और इसमें अपना करियर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की। सौम्या ने इस गेम को खेलने के लिए चिकित्सक की राय ली और जिद करके उन्होंने इस गेम को नहीं छोड़ा। हालाँकि, उन्होंने कम उम्र में ही तय कर लिया था कि उन्हें क्रिकेट के जरिए ही अपनी पहचान बनानी है। उनके माता-पिता ने अपने बेटे का सपना पूरा करने के लिए उन्हें अपने से दूर रखा। माता-पिता ने बोला कि सोना जब तक तपाया नहीं जाएगा, नहीं बनेगा। काफी संघर्षों के बाद आज सौम्या अंडर-19 वर्ल्ड कप में उपकप्तान के तौर पर गेंद से अपनी पहचान बनाने में जुटी हैं।
इसके अतिरिक्त सौम्य पांडे के बचपन से जुड़ी एक और घटना यह है कि जब वह 4 या 5 वर्ष के थे, तब वह हरिद्वार गए थे, जहां एक पंडितजी ने उन्हें भविष्यवाणी की थी कि वह बड़े होकर इंजीनियर या चिकित्सक बनेंगे। इस पर सौम्या रोने लगीं और बहुत गुस्सा हुईं। उन्होंने बोला कि वह क्रिकेटर बनना चाहते हैं। ये सारी बातें उनके पिता कृष्ण कुमार पांडे ने एक साक्षात्कार में बताई थीं।