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19वें एशियन गेम्स में एथलेटिक्स इवेंट में भारत को मिला पहला गोल्ड मेडल

चीन में जारी 19वें एशियन गेम्स में एथलेटिक्स इवेंट में हिंदुस्तान को पहला गोल्ड मेडल मिल गया है हिंदुस्तान के लिए पहला गोल्ड मेडल अविनाश साबले ने जीता मर्दों की 3000 मीटर इस ट्रिपल चेंज रेस में हिंदुस्तान की अविनाश साबले लेने गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है 8.19.53 के समय में अविनाश साबले ने प्रथम जगह हासिल किया इसी के साथ एशियन गेम्स में हिंदुस्तान को बार-बार गोल्ड मेडल मिल गया है बता दें कि एथलेटिक्स इवेंट में हिंदुस्तान का यह तीसरा पदक है 29 साल के नेशनल रिकॉर्ड होल्डर साबले ने हांगझोउ खेलों की एथलेटिक्स इवेंट में जीत दिलाई है

बता दें कि उन्होंने 8:22:79 सेकंड का एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा जो 2018 जकार्ता खेलों में ईरान के हुसैन केहानी ने बनाया था सुधा सिंह ने 2010 ग्वांग्झू एशियाई खेलों में स्त्रियों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था वहीं एशियन गेम्स में हिंदुस्तान की आशा पर पानी फिर गया है हजारों भारतीय फैंस की नजरे निकट जरीन पर थी भारतीय फैंस को आशा थी कि बॉक्सर निखत जरीन एशियन गेम्स में इस बार गोल्ड मेडल जीत कर स्वदेश लौटेंगी हालांकि भारतीय बॉक्सर निखत जरीन सेमीफाइनल में हार गई है सेमीफाइनल में निखत को मिली इस हार के साथ ही हिंदुस्तान की बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीतने की आशा ही भी समाप्त हो गई है

दूसरी तरफ पुरूषों के शॉटपुट में तेजिंदर पाल सिंह तूर ने अपना खिताब बरकरार रखा है वहीं शॉटपुट में तूर ने पहले दो कोशिश में फाउल करने के बाद तीसरे कोशिश में 19.51 मीटर का थ्रो लगाया उनका चौथा थ्रो 20.06 मीटर का रहा लेकिन पांचवां थ्रो फिर फाउल हो गया उनका सर्वश्रेष्ठ कोशिश अंतिम थ्रो पर 20.36 मीटर था जिसने उन्हें स्वर्ण पदक दिलाया तूर ने जकार्ता खेलों में 20.75 मीटर के थ्रो के साथ पीला तमगा हासिल किया था सउदी अरब के मोहम्मद डोडा टोलो ने 20.18 मीटर के साथ रजत पदक जीता जबकि चीन के लियू यांग ने 19.97 मीटर के साथ कांस्य पदक हासिल किया

इससे पहले गत चैंपियन हिंदुस्तान की हेप्टाथलन खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन चोटों से जूझने के कारण भाला फेंक स्पर्धा के बाद हेप्टाथलन स्पर्धा से पदक की दौड़ से लगभग बाहर हो गईं भाला फेंक में 52.55 मीटर का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली स्वप्ना दो दिवसीय कड़ी प्रतियोगिता की इस स्पर्धा में 45.13 मीटर का सर्वश्रेष्ठ कोशिश ही कर सकीं सात स्पर्धाओं की इस प्रतियोगिता में अब केवल एक स्पर्धा बची है स्वप्ना ने 2018 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय हेप्टाथलन खिलाड़ी बनने के दौरान जो दो स्पर्धाएं जीती थी उनमें भाला फेंक भी शामिल था कुल मिलाकर स्वप्ना 4840 अंक के साथ चौथे जगह पर चल रही हैं वह अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी चीन की जिंगयी ल्यु से 11 अंक पीछे है

सात स्पर्धा की इस प्रतियोगिता में अब केवल 800 मीटर दौड़ बची है स्पर्धा में हिस्सा ले रही एक अन्य भारतीय नंदिनी अगासरा भाला फेंक में 39.88 मीटर के कोशिश के बाद पांचवें जगह पर चल रही हैं इससे पहले स्वप्ना ने लंबी कूद में 5.71 मीटर जबकि नंदिनी ने 5.94 मीटर का कोशिश किया रीढ़ की हड्डी की चोट से जूझने के बाद स्वप्ना पिछले वर्ष संन्यास पर विचार कर रहीं थी लेकिन उन्होंने हांगझोउ में अपने खिताब की रक्षा करने और आखिरी बार एशियाई खेलों में उतरने का निर्णय किया स्वप्ना ने इस वर्ष अंतर राज्यीय प्रतियोगिता जीती और एशियाई खेलों से पहले रजत पदक भी हासिल किया ट्रेनिंग जारी करने के लिए उन्होंने सर्जरी नहीं कराने का निर्णय किया

स्वप्ना के कोच सुभाष गवर्नमेंट ने कहा, ‘‘उसका शरीर बोझ नहीं उठा पाया और वह अच्छी आरंभ करने में सफल रही’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसे ऊंची कूद में अच्छे नतीजे की आशा थी लेकिन चौथे जगह ने उसे तोड़ दिया और वह उससे उबर नहीं पाई’’ स्वप्ना ने ऊंची कूद में 1.70 मीटर का कोशिश किया जो उनके 1.87 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं है इससे पहले अमलान बोरगोहेन पुरुष 200 मीटर हीट में 21.08 सेकेंड के समय के साथ तीसरे जगह पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंच गए नियमों के मुताबिक प्रत्येक हीट (शुरुआती दौर) में शीर्ष तीन में रहने वाले खिलाड़ी सेमीफाइनल में स्थान बनाते हैं प्रत्येक हीट से शीर्ष तीन धावकों के बाद सभी हीट में चार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी सेमीफाइनल में स्थान मिलती है राष्ट्र के सबसे तेज पुरुष धावक असम के अमलान के नाम अभी पुरुष 100 मीटर और 200 मीटर दोनोंराष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं ज्योति याराजी हालांकि स्त्री 200 मीटर फाइनल में स्थान बनाने में असफल रहीं उन्होंने 23.78 सेकेंड का समय लिया

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